सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने 'भर्ती घोटाले' में 16 कर्मचारियों को नौकरी से निकालते हुए छह आपूर्तिकर्ताओं के साथ कारोबार को बैन कर दिया है।
मुंबई। देश की सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेवा कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) ने बताया कि कंपनी ने 'भर्ती घोटाले' के मद्देनजर 16 कर्मचारियों को नौकरी से निकालते हुए छह आपूर्तिकर्ताओं के साथ कारोबार को प्रतिबंधित कर दिया है।
कल देर शाम कंपनी ने एक बयान में कहा, ''हमारी जांच में 19 कर्मचारियों को शामिल पाया गया, जिसमें 16 कर्मचारियों को आचार संहिता के उल्लंघन के लिए सेवा से हटा दिया गया है और तीन कर्मचारियों को संसाधन प्रबंधन की जिम्मेदारी से अलग किया गया है।''
इसमें बताया गया कि छह आपूर्तिकर्ताओं (वेंडर), उनके मालिकों और सहयोगियों को टीसीएस के साथ कोई भी कारोबार करने से प्रतिबंधित होंगे। देश के सबसे बड़े सॉफ्टवेयर निर्यातक टीसीएस में गत जून के अंत में 'भर्ती घोटाले' की रिपोर्ट सामने आई थी। इसमें कुछ कार्यों के लिए जिम्मेदार आपूर्तिकर्ताओं पर टीसीएस के कर्मचारियों के साथ मिलीभगत करके कदाचार में शामिल होने के आरोप लगाए गए थे |