Indian Railway: वाराणसी के कैंट स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग के चौथे चरण का काम पूरा होने के साथ ही 50 जोड़ी ट्रेनें 45 दिन बाद 16 अक्तूबर से कैंट स्टेशन से आने-जाने लगेगीं ।
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Varanasi: यात्रीगण ध्यान दें...45 दिन बाद 50 जोड़ी ट्रेनें कल से कैंट स्टेशन से चलेंगी, यात्रियों को बड़ी राहत |
वाराणसी | कैंट स्टेशन से सफर करने वाले यात्रियों के लिए यह बड़ी खुशखबरी है। वंदे भारत, लखनऊ-वाराणसी इंटरसिटी शटल, बेगमपुरा और महानगरी समेत 50 जोड़ी ट्रेनें 45 दिन बाद यानि कल 16 अक्टूबर से कैंट स्टेशन से आएंगी-जाएंगी। क्युकी कैंट स्टेशन पर यार्ड रिमॉडलिंग के चौथे चरण का काम लगभग पूरा हो चुका है।
एक रेलअधिकारी ने बताया कि एक सितंबर से रद्द हुईं ट्रेनें, शॉर्ट टर्मिनेट और डायवर्ट ट्रेनों को फिर से बहाल हो रहीं है। यात्रियों की सुविधा को देखते हुए उन्हें ट्रेनों के बारे में एसएमएस के जरिये सूचनाएं भी दी जा रही हैं। मंडल रेल प्रबंधक डॉ. मनीष थपल्याल ने चौथे चरण के कार्यों की समीक्षा और तैयारियों को अंतिम रूप देने के वास्ते कैंट स्टेशन पहुंचे थे ।
आउटर पर रुकने वाली ट्रेनों का खत्म हुआ झंझट
यार्ड रिमॉडलिंगकी वजह से पैसेंजर ट्रेनें रद्द और कुछ एक्सप्रेस ट्रेनों के स्टेशन और मार्ग में बदलाव हुआ । मरुधर एक्सप्रेस पकड़ने के लिए यात्रियों को प्रतापगढ़ और बेगमपुरा एक्सप्रेस के यात्रियों को सुल्तानपुर जाना पड़ता था । अब यह परेशानियां दूर हो जाएँगी । स्टेशन के आउटर पर रुकने वाली ट्रेनों का झंझट भी खत्म गया|
अब यहां के प्लेटफार्म की लंबाई और चौड़ाई बढ़ गई। तिरछी और टेढ़ी पटरियां सीधी हो गयीं । गुड्स ट्रेनों के लिए तीन अलग लाइनें बनीं है , जिससे अब मालगाड़ियां प्लेटफार्म से न होकर अपनी लाइन से सीधे गुजरेंगी। इनका असर यात्री ट्रेनों पर नहीं पड़ेगा | एडीआरएम लालजी चौधरी और कैंट स्टेशन निदेशक गौरव दीक्षित ने मातहतों से कहा कि यात्री सुविधाओं में कोई कमी नहीं होनी चाहिए। लिफ्ट, ऐस्क्लेटर और पेयजल आदि की व्यवस्थाएं दुरुस्त करा ली जाएं |