भ्रष्टाचार अगर मिट जाये, भारत के मन-प्राणों से.....पढ़ें रचनाकार : डॉ० मनीराम वर्मा की कविता |
कविता का शीर्षक - 'सम्भावना'
भ्रष्टाचार अगर मिट जाये
भारत के मन-प्राणों से
विश्व विजेता हो जायेगा
ज्ञान-योग के वाणों से।
चीनी तालीबानी रोहिंग्या
लिट्टे माओ खालिस्तानी
म्यांमारा बंगला नेपाली
अफगानी व पाकिस्तानी
सबके सब चरणों में बिछेंगे
हार हिन्द के साड़ों से।
जबतक यूके यूएस रसिया
रहेंगे भारत के मन वासी
तबतक घटेगी नहीं तबाही
भले ही शासक हो संन्यासी
ऊँट नापते आज ऊँचाई
आर्यावर्त-पहाड़ों से।।
रचनाकार : डॉ० मनीराम वर्मा
गुवाँव (पालीपट्टी), चाँदपुर, टाण्डा
अम्बेडकरनगर, मो०-9450491402