भोजपुरी सिनेमा में भी अब सत्य घटनाओं पर फिल्में ज्यादा बनने लगी हैं। इसी तरह बिहार के रोहतास जिले के सासाराम बहुचर्चित हत्याकांड पर भोजपुरी फिल्म 'डीएफओ' का फर्स्ट लुक आज निर्माता ने जारी कर दिया । इस फिल्म में अभिनेता यश कुमार मिश्रा एक आईएफएस अधिकारी की भूमिका में नजर आये हैं।
मुंबई | भोजपुरी फिल्म 'डीएफओ' बिहार के रोहतास डिस्ट्रिक्ट के सासाराम बहुचर्चित हत्याकांड पर आधारित फिल्म है। इस फिल्म की कहानी डिवीजन फॉरेस्ट ऑफिसर (डीएफओ) संजय सिंह हत्या पर आधरित है, जिनकी साल 2002 में नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। संजय सिंह की छवि बहुत ही ईमानदार अधिकारी की रही है, उनके नाम से नक्सलियों के बीच दहशत थी।
फिल्म 'डीएफओ' में आईएफएस अधिकारी की भूमिका निभा रहे भोजपुरी अभिनेता यश कुमार मिश्रा कहते हैं, ' इस फिल्म के लिए मुझे बहुत तैयारी करनी पड़ी है । मैं खुद को बहुत भाग्यशाली मानता हूं कि भोजपुरी सिनेमा में मुझे अलग-अलग विषय पर काम करने का मौका मिल रहा है।
इस फिल्म में मुझे काम करना इसलिए चुनौतीपूर्ण लगा क्योंकि यह फिल्म वास्तविक घटना पर आधारित है। ऐसी फिल्में जब दर्शक देखते है तो उनके दिमाग में सत्य घटना भी कहीं न कहीं दिमाग में होता है, इसलिए आप कुछ भी नहीं दिखा सकते हैं।'
फिल्म का निर्देशन कर रहे अजय सिंह कहते हैं, 'यह फिल्म अपने बिहार की माटी की है और इससे बिहार के लोग कनेक्ट हो पाएंगे। फिल्म में बहुत कुछ ऐसा है जो दर्शकों के बीच उत्सुकता पैदा करेगी, लेकिन अभी उसके बारे में बात करना ठीक नहीं होगा।इतना जरूर कहना चाहूंगा कि ऐसी फिल्में भोजपुरी सिनेमा के इतिहास क ट्रेंड सेट करती हैं।'
एक समय था जब बिहार का रोहतास जिला नक्सलियों का गढ़ माना जाता रहा । हालांकि , अभी इस तरह की घटनाएं यहां पर नहीं होती। यह फिल्म न सिर्फ डीएफओ संजय सिंह की हत्या पर आधरित है। बल्कि उस दौर के बाकी नक्सली घटनाओं पर प्रकाश डाला गया । इस फिल्म में यश कुमार मिश्रा के अलावा फलक खान,देव सिंह, सोनू पांडे, पूजा गुप्ता, प्रज्ञा सिंह, पूजा पांडे, वीरेंद्र झा, अभिषेक सिंह, साइना और हमीद राज की मुख्य भूमिका है।