चंदौली सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने भैसौर और आस-पास के क्षेत्रों के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण समस्या का समाधान प्रस्तुत कर दिया है।

चंदौली सांसद व केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय

किसानों के व्यापक हित में भैसौर अंडरपास के समाधान पर कई वर्षों से कागज दौड़ने के बाद रेलवे को आखिर लगानी पड़ी मुहर
By -Diwakar Rai /ब्यूरो चीफ चंदौली
चंदौली सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने भैसौर और आस-पास के क्षेत्रों के किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण समस्या का समाधान प्रस्तुत कर दिया है। यहां अंडर पास न होने से पिछलेसालों में भैंसउर रेलवे क्रासिंग पर ट्रैक्टर ट्राली जिस पर पटिया लदी थी अप लाइन पर आ रही सियालदह दिल्ली लालकिला एक्सप्रेस से टक्कर हुई, सौ से ज्यादा भेड़ें, बकरियां दो दो बार ट्रेन से कटकर मौत हो चुकी है | ट्रैक के दक्षिण गाँव के किसानों को ट्रैक के उत्तर किसानी करने के लिए 12 किमी घूमकर अप-डाउन धीना रेलवे क्रासिंग घूमकर खेती करने जाना पड़ता है |
किसानों एवं ग्रामीणों के लिए धीना और तुलसी आश्रम के बीच के स्टेशन के पास एक अंडरपास की मांग लंबे समय से हो रही थी और इसके समाधान के लिए सांसद डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय काफ़ी समय से प्रयासरत थे। जबकि रेल मंत्रालय, रेलवे क्रासिंग या नो मैन रेलवे कॉर्सिंग पर अंडरपास अथवा ओवरब्रिज बनाने की नीति पर चल रही थी।
पिछले 9 वर्षों से डॉ. महेन्द्र नाथ पाण्डेय लगातार प्रयास कर रहे थे कि जहां पर उपयोगिता के आधार पर अंडरपास नहीं बने हैं, वहाँ आज की ज़रूरतों के आधार पर - बढ़ती आबादी, बढ़ते वाहन, कृषि कार्यों एवं उपज के व्यावसायिक उपयोग की बाधायें, शहरीकरण के कारण अंडरपास की उपयोगिता लगातार बढ़ रही है, यह तर्क सांसद जी ने तत्कालीन रेल मंत्री सदानंद गौड़ा , सुरेश प्रभु , पीयूष गोयल एवं रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव सबके समक्ष रखा। अंततः रेल मंत्रालय ने अंडरपास के निर्माण को मंजूरी दी है।
रेलवे ने यह माना है कि जहां रेलवे क्रासिंग नहीं है या गेट नहीं है किसी भी रूप से आवागमन रेलवे के रिकॉर्ड में नहीं है, तो वहाँ भी ज़रूरत के हिसाब से अंडरपास बनाया जा सकता है, यह तर्क रेलवे ने स्वीकार किया है उसका पहला उदाहरण भैसौर अंडरपास पास बना है। इस अंडरपास से आस-पास के 30-32 गाँवों को लाभ मिलेगा तथा किसानों के आवागमन और पेट्रोल डीज़ल की बचत को सुगम करेगा। इस अंडरपास का निर्माण से किसानों को बड़ा लाभ होगा और इससे क्षेत्र में सामाजिक उत्थान होगा।
महेन्द्र नाथ पाण्डेय ने बताया कि लंबे समय से यह अंडरपास स्थानीय जनता की मांग थी, इस अंडरपास के बनने से जनता को हो रही कठिनाई से निज़ात मिलेगी। डॉ. पाण्डेय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव का इस बड़े जन कल्याणकारी कदम के लिए धन्यवाद भी दिया। इसके परिणामस्वरूप धीना और तुलसी आश्रम के बीच रेलवे द्वारा अपनी तरफ़ से लगाकर 6 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत से अंडरपास बनने की अनुमति दी गई है, जिससे क्षेत्र में जनता को बड़ा लाभ मिलेगा और उनकी मांग पूरी होगी।
डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय सांसद एवं मंत्री भारी उद्योग मंत्रालय ने लंबे समय से चली आ रही इस समस्या का समाधान प्राप्त कराने में सफलता प्राप्त की है और उन्हें किसानों की ओर से बधाई देने का तांता लगा हुआ । इस योजना के अंतर्गत बनने वाले अंडरपास को पटना और डीडीयू सेक्शन के लगभग 6 करोड़ 34 लाख रुपये की लागत से धीना और तुलसी आश्रम के मध्य पर बनेगा
इसके साथ साथ डॉ. पाण्डेय ने यह भी बताया की दानापुर मंडल के कुचमन रेलवे क्रासिंग में लगभग 92 करोड़ 61 लाख रुपये एवं सकलडीहा रेलवे स्टेशन तथा कुचमन के मध्य भोजापुर रेलवे क्रासिंग में 133 करोड़ रुपए की लागत से ओवरब्रिज पहले से ही स्वीकृत किए जा चुकें हैं और शीघ्र इन प्रोजेक्ट का बड़े पैमाने पर शिलान्यास भी होने वाला हैं।
इस आशय की जानकारी भाजपा जिला उपाध्यक्ष व सांसद केंद्रीय मंत्री मीडिया प्रभारी लोकसभा चन्दौली हरवंश उपाध्याय के द्वारा आज गुरुवार को एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है।