अलीनगर क्षेत्र के एक निजी नर्सिंग होम में मरीज को इलाज न मिलने पर मरीज के परिजनों ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंदौली को पत्रक सौंप कर शिकायत किया है |
टीम गठित कर जांच कराने के पश्चात उचित कार्रवाई करने का आश्वासन
पीडीडीयू नगर, चंदौली | अलीनगर क्षेत्र के एक निजी नर्सिंग होम में मरीज को इलाज न मिलने पर मरीज के परिजनों ने आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी चंदौली को पत्रक सौप कर शिकायत किये | परिजनों का आरोप है कि अलीनगर स्थित एक निजी नर्सिंग होम में 29 फरवरी के रात्रि में अलीनगर निवासी भोला नाथ निगम की अचानक तबियत बिगड़ जाने पर परिजन इलाज के लिए ले जाया गया, जहां हॉस्पिटल कर्मचारी द्वारा इमरजेंसी वार्ड में ले जाकर बेड पर लेटा दिया गया और बीपी चेक कर डॉक्टर को सूचना दिया |
जिसके बाद परिजन से 1000 रूपए इमरजेंसी शुल्क जमा कराया गया और परिजन द्वारा डॉक्टर को बुलाने की बात कही गई, थोड़े समय बाद डॉक्टर द्वारा कर्मचारी से कहलवा दिया गया की पेशेंट की हालत बहुत सीरियस है उसे बीएचयू ले जाइए |
आरोप यह है कि डॉक्टर साहब नहीं आ पाएंगे, परिजन के निवेदन करने पर भी डॉक्टर नहीं ना ही आए और वहां कोई जूनियर डॉक्टर भी नहीं थे जो मरीज को देख सके। जिस पर परिजन द्वारा नजदीक के आयुष हेल्थ केयर हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया।
जानकारी के अनुसार आस-पास के लोगों का भी कहना है कि इससे पहले भी नगर की जनता उक्त अस्पताल इस तरह के रवैये से परेशान रहती है | इमरजेंसी में हॉस्पिटल आने पर कोई भी जूनियर डॉक्टर मौजूद नहीं रहता है | ऐसे में लापरवाह डॉक्टर को हॉस्पिटल की लाइसेंस की क्या आवश्यकता है ? जो प्रधानमंत्री आयुष्मान जन आरोग्य योजना में पैनल हॉस्पिटल होने के बाद भी आम नागरिक के जिंदगी के साथ खिलवाड़ करे।
जिस पर परिजनों ने आयुष्मान योजना व हॉस्पिटल लाइसेंस रद्द किए जाने संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी युगल किशोर राय को पत्रक सौंपा गया| जिस पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा टीम गठित कर जांच कराने के पश्चात उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है ।