भारत में लगभग 78 मिलियन सक्रिय इंटरनेट उपयोगकर्ता और लगभग 43 मिलियन ऑनलाइन गेमर्स हैं। इसका बाजार आकार 16,428 करोड़ रुपये है। यह संख्या लोगों के बीच गेमिंग के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाती है।
➧ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ साल 2023 में तेजी से बढ़ी, आज भी बढ़ती जा रही
नई दिल्ली। एक मजबूत डिजिटल बुनियादी ढांचे और व्यापक डिजिटल पहुंच के साथ, भारत 2025 तक 1 ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है, जिसमें ऑनलाइन गेमिंग उद्योग भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
आपको बता दें कि पिछले साल यानी 2023 में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री की ग्रोथ तेजी से बढ़ी है, जिससे पता चलता है कि इस सेक्टर में प्रगति की काफी संभावनाएं हैं। यदि हम इस उद्योग की क्षमता को समझना चाहते हैं, तो हमें हाल की ईवाई रिपोर्ट पर ध्यान देना चाहिए जिसका शीर्षक है 'न्यू फ्रंटियर्स: नेविगेटिंग द इवॉल्विंग लैंडस्केप ऑफ ऑनलाइन गेमिंग इन इंडिया'।
आइए जानते हैं इस रिपोर्ट के कुछ बिंदुओं के बारे में
इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 78 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता और लगभग 43 मिलियन ऑनलाइन गेमर्स हैं। इसका बाजार आकार 16,428 करोड़ रुपये है। यह संख्या लोगों के बीच गेमिंग के प्रति बढ़ती रुचि को दर्शाती है। ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री को बड़ा बनाने के लिए निवेशक भी आगे बढ़ रहे हैं। वे इस क्षेत्र में विकास के अवसर देखते हैं। वित्तीय वर्ष 2020 से वर्ष 2024 के बीच अब तक इस उद्योग को राष्ट्रीय और वैश्विक स्रोतों से 22,931 करोड़ रुपये का निवेश प्राप्त हुआ है। इसके अलावा, यह उद्योग कई युवाओं को इसमें करियर बनाने का मौका दे रहा है और नौकरी भी प्रदान कर रहा है। EY की एक रिपोर्ट के अनुसार , वित्तीय साल 2023 में गेमिंग इंडस्ट्री ने एक लाख लोगों को रोजगार मिला और 2025 तक यह संख्या 2,50,000 तक पहुंचने की उम्मीद बन चुकी है |
रियल मनी गेमिंग (RMG) की बात करें तो ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री में इसकी हिस्सेदारी 83% है। रियल मनी गेमिंग एक गेमिंग मॉडल है जिसके जरिए खिलाड़ी गेम खेलकर पैसे कमा सकते हैं। यह खंड वित्तीय वर्ष 2024 से 2028 के बीच निगम कर और टीडीएस के रूप में 6,500 से 6,800 करोड़ रुपये का योगदान दे सकता है, जिससे सरकारी खजाने में वृद्धि होगी।
भारत तेजी से डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहा है। इस पहल से न केवल समाज के निचले तबके के लोगों को लाभ होता है, बल्कि प्रशासन में भी सुधार होता है। ऑनलाइन गेमिंग सेगमेंट एक अभिनव और तकनीकी रूप से उन्नत भारत का प्रतिनिधित्व करता है, जो डिजिटल इंडिया पहल के साथ जुड़ा हुआ है, जो डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देता है और भुगतान के माध्यम से कनेक्टिविटी में सुधार करता है। इस सेक्टर की ग्रोथ इसमें खुलने वाले स्टार्टअप्स से देखी जा सकती है। इस क्षेत्र में अब लगभग 1,500 गेमिंग स्टार्टअप हैं, जो सरकार के दृष्टिकोण और अर्थव्यवस्था में योगदान दे रहे हैं।
ऑनलाइन गेमिंग उद्योग में विकास की अपार संभावनाएं हैं। यह अर्थव्यवस्था की वृद्धि में योगदान दे रहा है और लोगों को डिजिटल अपनाने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहा है। अब अधिक से अधिक लोग इस क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं, जो भविष्य में इस उद्योग के विकास को दर्शाता है।