कोरी गांव स्थित प्राचीन काली मंदिर का मूर्ति खंडित होने पर गांव के युवाओं द्वारा तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा का शुभारंभ बुधवार को वैदिक मंत्रोच्चार व कलश यात्रा के साथ किया गया।
पूर्वांचल न्यूज प्रिंट
सकलडीहा चंदौली। क्षेत्र के कोरी गांव स्थित प्राचीन काली मंदिर का मूर्ति खंडित होने पर गांव के युवाओं द्वारा तीन दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा का शुभारंभ बुधवार को वैदिक मंत्रोच्चार व कलश यात्रा के साथ किया गया। गांव की 125 महिलाओं ने पीला वस्त्र धारण कर सर पर कलश में कैली गंगा घाट से गंगाजल लेकर मंदिर पहुंचकर कलश यात्रा का समापन किया।
इस दौरान बैंड बाजा,हाथी,घोड़ा के साथ विभिन्न रूपों में काली के रूप में सजे बच्चों ने इसकी शोभा बढ़ा रहे थे। कैली गंगा घाट से लगभग 9 किलोमीटर दूरी पर स्थित काली मंदिर पहुंचने के दौरान लंबी कलश यात्रा व बैंडबाजों के धुन के बिच नाचते गाते झुमते भक्तों से मानो पूरा क्षेत्र ही भक्तिमय गीतों से गूंज उठा हो।इस दौरान बीच-बीच में अन्य गांव के भक्तों ने भी इनका उत्साहवर्धन करते रहे। कलश यात्रा मंदिर परिसर में पहुंचने के बाद विद्वान पंडितो द्वारा वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हवन पूजन का भी कार्यक्रम शुभारंभ किया गया।
इस मौके पर कमेटी के अध्यक्ष राम अवध यादव,उपाध्यक्ष रामबरन यादव संवरू , सन्नी यादव, रामभरोस यादव,पिंटू यादव, मच्चन पासवान,बच्चूलाल यादव, आजाद यादव,नवीन यादव, बनारसी सिंह ,हर्ष यादव ,राजेश पासवान,घुन्नू प्रजापति,छोटेलाल यादव,गोलू यादव सहित सैकड़ो की संख्या में महिला पुरुष व बच्चे शामिल रहे।