लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी संबंधितों को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है कि पुलिस स्टेशनों पर सार्वजनिक मुद्दों का समय पर समाधान किया जा सके।
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / लखनऊ | लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट के वरिष्ठ अधिकारियों ने सभी संबंधितों को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करने के लिए पत्र लिखा है कि पुलिस स्टेशनों पर सार्वजनिक मुद्दों का समय पर समाधान किया जा सके। आधिकारिक पत्र के माध्यम से बताया गया कि जिम्मेदार व्यक्ति सुबह 10:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक थाने पर मौजूद रहेंगे और जन सुनवाई करेंगे, इस दौरान शिकायतकर्ता की शिकायतों का गुणवत्ता के साथ समाधान किया जाएगा |
किसी भी मामले की सुनवाई थाने में ही होगी
वरिष्ठ अधिकारियों ने तय किया है कि जिस दिन प्रभारी व्यक्ति थाने में मौजूद नहीं होगा, उस दिन दिन का अधिकारी जनसुनवाई कर समस्याओं का समाधान करेगा। सभी संबंधित अधिकारियों को लिखे पत्र में साफ कहा गया है कि शिकायतों का निपटारा थाना स्तर पर ही किया जाए |
अक्सर थाने पर शिकायतों का निस्तारण न होने पर शिकायतकर्ता को दूसरे पुलिस अधिकारियों की तलाश करनी पड़ती है। फरियादी इधर-उधर भटकता रहता है, इससे पुलिस की छवि खराब होती है। ऐसे में विशेष सावधानी बरतनी होगी। कि शिकायतों का निस्तारण थाने पर ही कर दिया जाए।
कुछ मामलों में लापरवाही देखने को मिली
पत्र में कहा गया कि हाल के मामलों में पाया गया कि फरियादियों की समस्या का समाधान थाना स्तर पर नहीं होने के कारण फरियादी वरिष्ठ अधिकारियों के पास पहुंचे, ऐसे में यह स्पष्ट है कि जनसुनवाई में लापरवाही बरती जा रही है. कई थाना प्रभारियों की ओर से. इस संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों ने जिम्मेदारों को मार्गदर्शन दिया।
पोस्ट मामलों की निगरानी करें
आमतौर पर पाया जाता है कि जब कोई शिकायतकर्ता अपनी शिकायत लेकर अधिकारी के पास पहुंचता है तो अधिकारी शिकायत का दायरा देखकर उसे जिम्मेदार चौकी को ट्रांसफर कर देता है। ऐसे मामलों की निगरानी जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा की जाए। यदि मामला गंभीर है तो उसकी व्यक्तिगत रूप से समीक्षा की जानी चाहिए, वहीं कार्यालयों में भेजे जाने वाले मामलों की नियमित जांच की जानी चाहिए कि शिकायतकर्ता की शिकायत का समाधान हो रहा है या नहीं।