सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक सैयदराजा मनोज सिंह ' डब्लू ' व चंदौली पुलिस मंगलवार की रात एक बार फिर आमने-सामने रही।
पुलिस द्वारा गाड़ी चेकिंग के बाद भड़के सपा नेता ,बोले - जांच के नाम पर विपक्ष को डराने की हो रही कोशिश
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / चंदौली, उत्तर प्रदेश | सपा के राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक सैयदराजा मनोज सिंह डब्लू व चंदौली पुलिस मंगलवार की रात एक बार फिर आमने-सामने रही। समर्थकों से मुलाकात कर अपने आवास लौट रहे पूर्व विधायक की गाड़ियों को पुलिस ने रोक लिया और लोकसभा चुनाव का हवाला देते हुए उनके गाड़ियों की चेकिंग की।
इस कार्य में सपा नेता ने पूर्ण सहयोग किया, साथ ही यह भी कहा कि विपक्ष की गाड़ियों की बजाय उन्हें सत्ता पक्ष व भाजपा के केंद्रीय मंत्री की गाड़ियों को चेक करना चाहिए, लेकिन पुलिस ऐसा नहीं कर सकती।
उन्होंने दावा कि यदि पुलिस भाजपा का झंडा लगाकर जनपद में फर्राटा भर रहे भाजपा नेताओं की गाड़ियों को चेक करना शुरू कर दे तो उन्हें करोड़ों रुपये नकदी व शराब की खेप मिल जाएगी, जो इस वक्त चुनाव को प्रभावित करने के लिए इस्तेमाल में लायी जा रही है।
यह भी आरोप लगाया कि भाजपा प्रत्याशी डा.महेंद्रनाथ पांडेय व उनके साथ चलने वाली गाड़ियों में हमेशा से 30 से 50 लाख रुपये नकदी पड़ी रहती है, लेकिन उन्हें चेक करने की बजाय पुलिस उन्हें अपनी सुरक्षा में परिवहन कराने में सहयोग दे रही है।
वहीं विपक्ष के नेताओं पर निर्वाचन आयोग के नियम-कायदे का हवाला देते हुए जांच-पड़ताल कर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का षड्यंत्र किया जा रहा है। कहा कि पुलिस-प्रशासन पूरी तरह से सत्ता पक्ष के दबाव में आकर चुनावी लड़ाई को एकतरफा करने की साजिश का हिस्सा बन गयी है। यही वजह है कि लोकसभा चुनाव की अधिसूचना लगे इतना समय बीतता जा रहा है, लेकिन पुलिस-प्रशासन ने एक भी ऐसी तस्वीर सार्वजनिक नहीं की, जिसमें वह भाजपा के बड़े नेताओं, मंत्रियों व भाजपा उम्मीदवार की गाड़ी को चेक कर सके।
कहा कि पुलिस-प्रशासन को चुनाव के दौरान अपनी निष्पक्ष छवि पेश करने की जरूरत है, लेकिन इसके विपरीत व सत्ता पक्ष के दबाव में दिन प्रतिदिन झुकती चली जा रही है, जो स्वस्थ लोकतंत्र के लिए यह बड़ा खतरा का संकेत है।