साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सभी पुलिस स्टेशनों में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है, इसके बावजूद साइबर क्राइम पर रोक नहीं लग पा रही है |
साइबर अपराधियों ने सीबीआई का स्पेशल अधिकारी बता कारोबारी से कर ली लाखों की ठगी
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / लखनऊ | साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सभी पुलिस स्टेशनों में साइबर हेल्प डेस्क की स्थापना की गई है. इसके बावजूद साइबर क्राइम पर रोक नहीं लग पा रही है. आए दिन साइबर अपराधी डिजिटल तरीके से लोगों को फंसाते हैं और अपराध को अंजाम देते हैं। इससे जुड़ा मामला साइबर थाने में दर्ज किया गया है. जहां साइबर अपराधियों ने खुद को सीबीआई का विशेष अधिकारी बताकर व्यवसायी को धमकाया और विभिन्न मदों में कुल 43 लाख रुपये की उगाही कर ली. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुट गई है |
विभूतिखंड थाना क्षेत्र के ओमेक्स हाइट-टी निवासी कारोबारी अखिलेश्वर कुमार सिंह ने साइबर थाने में साइबर बदमाशों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। लिखित शिकायत में पीड़िता ने बताया कि 12 जून को सुबह करीब 10 बजे उसके व्हाट्सएप पर अंजाम नंबर से कॉल आई।
फोन करने वाले ने खुद को सीबीआई अधिकारी आकाश कुलहरि बताया और कहा, “राज कुंद्रा, आप मनी लॉन्ड्रिंग के दोषी हैं।” आपके विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया गया है, आपकी गिरफ्तारी होगी, केस संख्या 0747213 है |
इसके बाद जालसाज ने कारोबारी के व्हाट्सएप पर कुछ दस्तावेज भेजे और कहा कि उसके पास पीएनबी की एफडी है। बैंक में जाकर इसे तोड़ लें नहीं तो आपके खिलाफ केस दर्ज करा दिया जाएगा। इसके साथ ही साइबर अपराधी ने व्यवसायी को बैंक खाता नंबर भेजकर 28.5 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिये.
पीड़ित ने बताया कि घटना के अगले दिन जालसाज ने जेल भेजने की धमकी देकर उससे 16 लाख रुपये ऐंठ लिए। पीड़ित का दावा है कि पैसे मिलने के बावजूद जालसाज सीबीआई अधिकारी आकाश कुलहरि के नाम पर उसे धमकी दे रहा है और अतिरिक्त पैसे अपने खाते में ट्रांसफर करने का दबाव बना रहा है।
मामले की जांच करने पर पीड़ित को साइबर ठगी की जानकारी हुई। इसके बाद पीड़ित ने साइबर थाने में लिखित शिकायत देकर जालसाजों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की | साइबर थाने के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि शिकायत के आधार पर आईटी और धोखाधड़ी अधिनियम की धारा के तहत एफआईआर दर्ज की गई है और सर्विलांस की मदद से जालसाजों की तलाश की जा रही है |