सोमवार सुबह बांकेगंज-कुकरा मार्ग पर एक बाघ के अचानक निकलने से हड़कंप मच गया। गनीमत यह रही कि उस समय रास्ते पर ज्यादा वाहन नहीं थे।
सोमवार सुबह बांकेगंज-कुकरा मार्ग पर एक बाघ के अचानक निकलने से हड़कंप मच गया। गनीमत यह रही कि उस समय रास्ते पर ज्यादा वाहन नहीं थे, अन्यथा यह गंभीर दुर्घटना का रूप ले सकती थी।
एक राहगीर द्वारा बनाए गए वीडियो में बाघ को पहले झाड़ियों में छिपे हुए और फिर अचानक सड़क पार करते देखा जा सकता है।
इस दौरान सड़क पर निकल रहे राहगीरों ने बाघ का वीडियो बनाया और तस्वीरें भी खींचीं जो उसे सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं। हालांकि बांकेगंज से कुकरा की दूरी करीब 6 किलोमीटर है। बताया जाता है कि यह लोहिया पुल के निकट बाघ को सड़क पार करते देखा गया है। सड़क पर बाघ को देख स्थानीय ग्रामीणों में दहशत का माहौल रहा। ग्रामीणों को अपनी और मवेशियों की सुरक्षा को लेकर चिंता हो रही है।
बांकेगंज-कुकरा मार्ग दो वन रेंजों में विभाजित है - पूरब में गोला वन रेंज और पश्चिम में मैलानी वन रेंज। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस इलाके में एक नहीं बल्कि कई बाघ हैं।
कई बार बाघिन को शावकों के साथ भी देखा गया है। इन बाघों द्वारा आवारा और पालतू पशुओं पर हमले की घटनाएं बढ़ गई हैं, लेकिन वन विभाग इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दे रहा है।
हाल ही में बांकेगंज के बलारपुर गांव में खेत में एक बच्ची घास काटने के लिए गई थी , जहां बाघ ने उसे पर हमला कर मौत के घाट उतार दिया था। इसके बाद वन विभाग की ओर से बाघ को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया गया था, बीते कई दिनों बाद अभी भी पिंजरे में बाघ कैद नहीं हो सका है।