गंगा नदी में अचानक हुई जल वृद्धि से चंदौली जिला प्रशासन अलर्ट मोड में है। सोमवार को जिलाधिकारी चंदौली निखिल टीकाराम फुन्डे और एसपी आदित्य लांगहे ने कहा कि बाढ़ प्रभावितों को किसी भी प्रकार की कमी महसूस नहीं होने दी जाएगी |
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / वरिष्ठ संवाददाता राकेश यादव रौशन/मारूफपुर/चंदौली । जनपद में गंगा नदी में अचानक हुई जल वृद्धि से चंदौली जिला प्रशासन अलर्ट मोड में हो गया है। सोमवार को जिलाधिकारी चंदौली निखिल टीकाराम फुन्डे और एसपी आदित्य लांगहे ने क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांवों टांडा, चकरा, सरौली, जमालपुर, तिरगावा, हसनपुर (शेरपुर सरैया), भूसौला, बड़गावा, मुकुंदपुर, बोझवां नादी आदि का दौरा कर बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों से मिले और उन्हें हर संभव मदद देने की बात कही।
सर्वप्रथम अधिकारी द्वय ने टांडा घाट पर जाकर स्थिति को जाना, तत्पश्चात हसनपुर मल्लाह बस्ती पहुंचे, जहां गंगा लोगों के घरों को छूने के कगार पर थीं। डीएम और एसपी ने स्थानीय नागरिकों लालजी निषाद, अमित निषाद, जितेंद्र निषाद, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि बबलू यादव से जानकारी ली और मौके पर मौजूद एसडीएम सकलडीहा अनुपम मिश्रा, सीओ रघुराज जी, तहसीलदार अजीत सिंह, नायब तहसीलदार राजेन्द्र यादव को निर्देश दिया कि सभी बाढ़ प्रभावितों को मारूफपुर प्राईमरी स्कूल में बनी बाढ़ राहत चौकी में ले जाएं और सभी जरूरी इंतजाम इनके लिए करवाएं।
इस मौके पर एसडीएम सकलडीहा अनुपम मिश्रा द्वारा दस बजे रात्रि तक रहकर मारूफपुर बाढ़ राहत चौकी में खटिया, प्रकाश, पानी, लंच पैकेट, बिस्किट, पंखा आदि की व्यवस्था करवाई गई। बाढ़ राहत चौकी में हसनपुर गांव के पुरुष और महिलाओं ने रात्रि विश्राम किया।
इस अवसर पर एसओ बलुआ अशोक मिश्रा, चौकी इंचार्ज मारूफपुर तरुण पांडेय, एसआई वीरेंद्र राम, एसआई अश्विनी राय, हेड कांस्टेबल राजेश यादव, लेखपाल अम्बरीश सिंह, लेखपाल दीपराज पंकज, लेखपाल वैभव सिंह, ग्राम प्रधानपति मारूफपुर श्रवण कुमार यादव आदि लोग अंतिम समय तक बाढ़ प्रभावितों की सेवा में लगे रहे।