तिरगावा गांव निवासी अवकाशप्राप्त शिक्षिका शैल कुमारी देवी का शुक्रवार को बीएचयू में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे लंबे समय से लीवर की समस्या से जूझ रही थीं।
तिरगावा घाट पर बुद्धिजीवी, समाजसेवी, राजनेता, व्यापारी, डॉक्टर आदि रहे उपस्थित
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट / वरिष्ठ संवाददाता राकेश यादव रौशन/ मारूफपुर/चंदौली । क्षेत्र के तिरगावा गांव निवासी अवकाशप्राप्त शिक्षिका शैल कुमारी देवी का शुक्रवार को बीएचयू में इलाज के दौरान निधन हो गया। वे लंबे समय से लीवर की समस्या से जूझ रही थीं। उनके निधन से मारूफपुर बाज़ार की दुकानें बंद रहीं। अंतिम संस्कार तिरगावा घाट पर किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में शुभचिंतक मौजूद रहे। मुखाग्नि उनके एकलौते पुत्र राजेश यादव बीडीसी ने दिया।
मालूम हो कि शैल कुमारी देवी की छवि एक आदर्श शिक्षिका की थी। वे पिछले कुछ सालों से लीवर की समस्या से पीड़ित थीं। उनका इलाज मुंबई से चल रहा था। अभी सप्ताह भर पहले ही वे मुंबई से रूटीन इलाज कराकर लौटी थीं। तीन दिन पहले उन्हें फिर पेट में दर्द उठा तो परिजनों ने उन्हें भेलूपुर के एक निजी हॉस्पिटल में ले गए, जहां स्थिति नियंत्रण में न होने पर डॉक्टर ने गुरुवार को उन्हें बीएचयू के लिए रेफर कर दिया। बीएचयू के इमरजेंसी में अभी ईलाज चल ही रहा था कि उनका देहांत हो गया।
शिक्षिका के देहांत की ख़बर जंगल में आग की तरह फैल गई। देखते ही देखते हजारों की संख्या में लोग उनके आवास पर एकत्रित हो गए। जूनियर हाई स्कूल के बच्चों ने अपनी शिक्षिका के पार्थिव शरीर पर पुष्प वर्षा की। पूर्व ब्लॉक प्रमुख चहनियां उपेंद्र सिंह गुड्डू, युवा शक्ति संघ के अध्यक्ष सुनील यादव, बीएल यादव फ़ौजी ने शव को कंधा दिया।
तिरगावा घाट पर पूर्व उप प्रमुख रामअवध यादव, जमालपुर प्रधान ज्ञानी जैल सिंह यादव , मारूफपुर प्रधानपति श्रवण यादव, शेरपुर सरैया प्रधान बनफल यादव, पूर्व प्रधान साधवानंद यादव, पूर्व प्रधान प्रेम मौर्या, पूर्व प्रधान राकेश यादव, पूर्व प्रधान श्यामलाल यादव, बीडीसी सुभाष यादव, बीडीसी प्रदीप यादव, तस्लीम खान, नेसार खान, साहब यादव, आकाश विधायक, रामसूरत यादव, भरत यादव, सुहैल अहमद, इरफान सुड्डू, सूबेदार मौर्य आदि लोग उपस्थित थे।