चंदौली जिले को राज्य सरकार के बजट में कोई बड़ी सौगात नहीं मिली है। भाजपा के दो राज्यसभा सांसद और तीन विधायक होने के बावजूद लोग निराश हुए ।
पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट /ब्यूरो चीफ दिवाकर राय चंदौली |: उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले को राज्य सरकार के बजट में कोई बड़ी सौगात नहीं मिली है। जिले से भाजपा के दो राज्यसभा सांसद और तीन विधायक होने के बावजूद यह स्थिति बन गई।
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना द्वारा प्रस्तुत बजट में चंदौली के लिए किसी नई परियोजना की घोषणा नहीं की गई। इससे स्थानीय लोगों में निराशा है। जिले के जनप्रतिनिधियों में राज्यसभा सांसद दर्शना सिंह और साधना सिंह शामिल हैं। विधायकों में सैयदराजा से सुशील सिंह, मुगलसराय से रमेश जायसवाल और चकिया से कैलाश खरवार हैं।
जिले को बड़ी उम्मीद, पर हुए निराश
अति पिछड़े जिलों में शामिल चंदौली के लोगों को बजट से बड़ी उम्मीदें थीं। उन्हें कृषि विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग कॉलेज जैसी शैक्षणिक संस्थाओं की उम्मीद थी। धान का कटोरा कहे जाने वाले इस जिले में कृषि आधारित उद्योगों की भी मांग है।
यह जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता कहा जाए
स्थानीय निवासी भोला विश्वकर्मा के अनुसार, जिले में रोजगार और शिक्षा की सुविधाओं की कमी है। अधिवक्ता डॉ. वीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि पॉलिटेक्निक कॉलेज की स्थिति खराब है। न्यायालय भवन का निर्माण अधूरा है। नहरें जर्जर अवस्था में हैं। जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता से लोगों में असंतोष बढ़ रहा है।