राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार परिषद में फेरबदल: पूर्व रॉ प्रमुख बने अध्यक्ष, पाकिस्तान से तनाव के बीच बड़ा फैसला

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार परिषद में फेरबदल: पूर्व रॉ प्रमुख बने अध्यक्ष, पाकिस्तान से तनाव के बीच बड़ा फैसला

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार परिषद में फेरबदल: पूर्व रॉ प्रमुख बने अध्यक्ष, पाकिस्तान से तनाव के बीच बड़ा फैसला

नयी दिल्ली / पूर्वांचल न्यूज़ प्रिंट : पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद मोदी सरकार तेजी से फैसले ले रही है। आतंकवाद को पनाह देने वाले पाकिस्तान के खिलाफ कड़े प्रतिबंधों के अलावा भारत जवाबी हमले की भी तैयारी कर रहा है।

इस बीच, पाकिस्तान कश्मीर घाटी में नियंत्रण रेखा पर अकारण गोलीबारी कर लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। हमारी सेना भी इसका समुचित जवाब दे रही है।

पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार की रणनीतिक बैठकों के बीच राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार परिषद में बड़ा फेरबदल हुआ है। सरकार की पुनर्गठित राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार परिषद में सात सदस्य होंगे। परिषद में तीनों सेनाओं के सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल होंगे। पूर्व रॉ प्रमुख आलोक जोशी को सरकार ने इसका अध्यक्ष नियुक्त किया है।

बोर्ड में पूर्व पश्चिमी एयर कमांडर एयर चीफ मार्शल पीएम सिन्हा, पूर्व दक्षिणी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल एके सिंह और रियर एडमिरल मोंटी खन्ना तथा सैन्य सेवाओं के सेवानिवृत्त अधिकारी भी शामिल हैं। भारतीय पुलिस सेवा के दो सेवानिवृत्त सदस्य राजीव रंजन वर्मा और मनमोहन सिंह भी बोर्ड में हैं। सात सदस्यीय बोर्ड में सेवानिवृत्त आईएफएस बी वेंकटेश वर्मा भी शामिल हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने बुधवार को कई बैठकें कीं
इससे पहले बुधवार को पहलगाम आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिर से सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक बुलाई। इसके बाद, राजनीतिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीपीए) और आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठकें आयोजित की गईं। कई बैठकों के बाद पूर्ण कैबिनेट बैठक भी आयोजित की गई।

सुरक्षा तैयारियों पर चर्चा हुई
पहलगाम हमलों के बाद दूसरी बार बुलाई गई सीसीएस की बैठक में पहलगाम घटना के मद्देनजर सुरक्षा तैयारियों पर चर्चा की गई। सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (सीसीएस) की पिछली बैठक 23 अप्रैल को हुई थी और उसे पहलगाम आतंकवादी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई थी।

इस हमले में 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की आतंकवादियों ने बेरहमी से हत्या कर दी थी। सीसीएस ने हमले की कड़ी निंदा की तथा पीड़ित परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। सीसीएस ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।

प्रधानमंत्री ने सेना को पूर्ण स्वतंत्रता दी
मंगलवार को प्रधानमंत्री मोदी ने देश के शीर्ष रक्षा अधिकारियों के साथ बैठक की, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और तीनों सेनाओं के प्रमुख शामिल हुए। बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान भी शामिल हुए। यह बैठक लगभग डेढ़ घंटे तक चली।

यह बैठक ऐसे समय में हुई है जब भारत दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई के विकल्पों पर विचार कर रहा है। सरकारी सूत्रों के अनुसार बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवाद को करारा झटका देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। प्रधानमंत्री मोदी ने सशस्त्र बलों की पेशेवर क्षमताओं पर पूर्ण विश्वास और भरोसा व्यक्त किया। प्रधानमंत्री ने कहा, "उन्हें (सशस्त्र बलों को) हमारी प्रतिक्रिया का स्वरूप, लक्ष्य और समय तय करने की पूरी स्वतंत्रता है।"


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