Viral News : शादी के बाद महिलाओं की घरेलू और पेशेवर ज़िम्मेदारियाँ बढ़ जाती हैं, जबकि पुरुषों का योगदान कम होता है। महिलाओं में नौकरी छोड़ने की दर बढ़ जाती है और पुरुषों की पेशेवर उन्नति अधिक होती है। इससे घरेलू और पेशेवर असमानता बढ़ती है।
Work for men or women : शादी सिर्फ़ जश्न मनाने का ज़रिया नहीं है, बल्कि इसके बाद एक नई ज़िंदगी शुरू होती है। जिसे हम पारिवारिक जीवन कहते हैं। इसमें पति-पत्नी को मिलकर ज़िम्मेदारियाँ निभानी होती हैं। हमारे देश में हमेशा कहा जाता है कि पति-पत्नी जीवन की गाड़ी के दो पहिए हैं। लेकिन क्या दोनों समान रूप से ज़िम्मेदारियाँ निभाते हैं?
जोड़ों के एक सर्वेक्षण में पता चला है कि शादी के बाद महिलाओं की घरेलू ज़िम्मेदारियाँ काफ़ी बढ़ जाती हैं। हालाँकि, पुरुषों की दिनचर्या में ज़्यादा बदलाव नहीं होते। वहीं, महिलाएँ घर के कामों में दिन में करीब 6 घंटे लगाती हैं।
जबकि पुरुष घर के कामों में दिन में सिर्फ़ 47 मिनट लगाते हैं। इसके अलावा, घर के कामों के ये 47 मिनट ज़्यादातर पुरुष अपनी छुट्टियों के दौरान ही देखते हैं। सर्वेक्षण से यह भी पता चला कि महिलाएं घर पर खाना पकाने में प्रतिदिन 3 घंटे व्यतीत करती हैं, जबकि पुरुष औसतन प्रतिदिन केवल 4 मिनट ही व्यतीत करते हैं।