मीन राशि में शनि देव वक्री और गुरु उदय: वैदिक ज्योतिष के अनुसार इस साल सावन 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को खत्म होगा। ऐसे में सावन में कई दुर्लभ संयोग बनेंगे।
धर्म-आस्था / ज्योतिष उपाय : देवताओं के गुरु बृहस्पति 7 जुलाई को उदय होंगे और कर्मफलदाता शनि देव 13 जुलाई को वक्री होंगे। इससे कुछ राशियों की किस्मत चमक सकती है। साथ ही अचानक धन प्राप्ति और तरक्की के भी योग बन रहे हैं।
आइए जानते हैं कौन सी हैं ये भाग्यशाली राशियां...
वृषभ राशि
शनि देव का वक्री होना और गुरु का उदय होना वृषभ राशि वालों के लिए शुभ हो सकता है। क्योंकि गुरु बृहस्पति आपकी गोचर कुंडली में धन भाव में उदय होंगे, जबकि शनि देव किराए के भाव में वक्री होंगे। इसलिए इस दौरान आपकी आमदनी में जबरदस्त इजाफा हो सकता है। साथ ही निवेश के लिए भी यह अवधि अच्छी है। साथ ही आपकी किस्मत चमकेगी और लंबी यात्राएं लाभकारी रहेंगी। साथ ही संतान से संबंधित शुभ समाचार प्राप्त हो सकते हैं। साथ ही धन संचय करने में भी आप सफल रहेंगे।
कर्क राशि
आपके लिए शनि का वक्री होना और बृहस्पति का उदय होना लाभकारी हो सकता है। बृहस्पति आपकी राशि के 12वें भाव में वक्री होगा, जबकि शनि 9वें भाव में वक्री होगा। इसलिए इस समय आप भाग्यशाली रहेंगे। साथ ही इस समय आप किसी धार्मिक या मांगलिक कार्यक्रम में शामिल हो सकेंगे। साथ ही आप देश-विदेश की यात्राएं कर सकेंगे। साथ ही आप अपने निजी और व्यावसायिक प्रयासों में सफल रहेंगे। इस अवधि में आपको नए अवसर प्राप्त होंगे, जिससे आप अपने व्यावसायिक जीवन में नई प्रगति देखेंगे। साथ ही प्रतियोगी छात्र किसी परीक्षा में सफल हो सकते हैं।
मिथुन राशि
आपके लिए शनि और बृहस्पति की चाल में परिवर्तन अनुकूल हो सकता है। बृहस्पति आपकी राशि के प्रथम भाव में वक्री होगा, जबकि शनि कर्म भाव में विपरीत दिशा में गोचर करेगा। इसलिए इस दौरान आपके आत्मविश्वास में वृद्धि देखने को मिलेगी। साथ ही बेरोजगार लोगों को नौकरी मिल सकेगी। साथ ही इस दौरान विवाहित लोगों का वैवाहिक जीवन भी शानदार रहेगा। वहीं अविवाहित लोगों को विवाह का प्रस्ताव मिल सकता है। साथ ही अपनी प्रतिभा और पेशेवर कौशल से आपको कार्यस्थल पर पहचान और सराहना मिलेगी। यह आपके प्रेम जीवन के लिए अच्छा समय रहेगा। आप अपने रिश्ते को मजबूत बनाने के लिए अपने परिवार या पार्टनर के साथ अच्छा समय बिताएंगे।