चंदौली के बजरडीहा गांव में बारिश के कारण कच्चा मकान ढहने से रामदुलारे यादव नामक बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से उनकी पत्नी और बच्चों ने उन्हें मलबे से बाहर निकाला।
मुख्य बातें:-
- पत्नी, बेटे और स्थानीय लोगों ने मलबा हटाकर बुजुर्ग को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उन्हें सीने, कमर और सिर पर गंभीर चोटें आई हैं।
- परिजनों ने घटना की जानकारी एसडीएम को दी, क्योंकि उनके सीने, कमर और सिर पर गंभीर चोटें आई हैं।
चंदौली: जिले के बजरडीहा गांव में मंगलवार की सुबह मूसलाधार बारिश में कच्चा मकान अचानक ढह गया और मलबे में दबने से चारपाई पर सो रहे बुजुर्ग की हालत गंभीर हो गई। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
बजरडीहा गांव के रामदुलारे यादव सोमवार की रात खाना खाने के बाद अपने कच्चे मकान में सोने चले गए। मंगलवार की सुबह से ही बारिश हो रही थी। अचानक कच्चा मकान ढह गया और फोल्डिंग बेड पर सो रहे बुजुर्ग रामदुलारे मलबे में दब गए। जब उनकी पत्नी अमरावती ने यह देखा तो अपने बच्चों को जगाया। संतोष और रितेश ने तुरंत मलबा हटाना शुरू किया।
लेकिन मोटी लकड़ियां नहीं हटा पाने पर उनकी पत्नी ने तुरंत ग्रामीणों को इकट्ठा किया। स्थानीय लोग और ग्राम प्रधान संजय यादव भी मौके पर पहुंचे और लोगों की मदद से रामदुलारे को मलबे से बाहर निकाला। लेकिन रामदुलारे बेहोश थे। ग्राम प्रधान ने तुरंत एंबुलेंस 108 को फोन कर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया। जहां डॉ. नीरज कुमार ने प्राथमिक उपचार किया, लेकिन रामदुलारे के सीने, कमर और सिर पर गंभीर चोटें आने के कारण उनकी हालत बिगड़ने लगी तो उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
परिजनों ने उपजिला मजिस्ट्रेट को प्रार्थना पत्र देकर घटना की जानकारी दी। स्थानीय लोग और ग्राम प्रधान संजय यादव भी मौके पर पहुंच गए और लोगों की मदद से रामदुलारे को मलबे से बाहर निकाला गया। लेकिन रामदुलारे बेहोश हो चुके थे। ग्राम प्रधान ने तत्काल एंबुलेंस 108 को फोन कर उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया।
वहां डॉ. नीरज कुमार ने प्राथमिक उपचार किया, लेकिन रामदुलारे के सीने, पीठ और सिर पर गंभीर चोटें आने के कारण उनकी हालत बिगड़ने लगी, इसलिए उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। परिजनों ने उपजिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर घटना की जानकारी दी।