चौबेपुर थाना क्षेत्र में एक रेल हादसा टल गया। सोमवार रात करीब 11:50 बजे बड़राजपुर रेलवे स्टेशन और चौबेपुर के बीच पटरियों के बीच लकड़ी के टुकड़े रखे हुए थे।
बर्राजपुर रेलवे स्टेशन और चौबेपुर के बीच पटरियों पर लकड़ी का एक टुकड़ा रखा हुआ था
बर्राजपुर रेलवे स्टेशन और चौबेपुर के बीच हादसा बाल-बाल टला, जूनियर इंजीनियर ने दर्ज कराया मुकदमा
कानपुर: जिले के चौबेपुर थाना क्षेत्र में एक रेल हादसा टल गया। सोमवार रात करीब 11:50 बजे बड़राजपुर रेलवे स्टेशन और चौबेपुर के बीच पटरियों के बीच लकड़ी के टुकड़े रखे हुए थे। कानपुर-कासगंज के बीच यात्रियों की तलाशी ली गई। ट्रेन चालक ने तेज आवाज के साथ ट्रेन को वहीं रोका और स्टेशन मास्टर को सूचना दी।
घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी पुलिस व चौबेपुर पुलिस मौके पर पहुंच गयी और जांच पड़ताल शुरू कर कर दी. ट्रैक पर एक लकड़ी का एक टुकड़ा पड़ा मिला. जूनियर इंजीनियर पंकज गुप्ता की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
जूनियर इंजीनियर पंकज गुप्ता द्वारा एफआईआर में कहा गया है कि 25 अगस्त को बर्राजपुर और चौबेपुर रेलवे स्टेशन के बीच ओएच संख्या 28/21-29/1 (देदूपुर अंडरपास) के पास किसी अज्ञात व्यक्ति ने लकड़ी की बेंच का एक टुकड़ा पटरी पर रख दिया था। इसी दौरान, सुबह 11:50 बजे बर्राजपुर से चौबेपुर जा रही पैसेंजर ट्रेन संख्या 54158 कानपुर-कासगंज का इंजन पटरी पर पड़े लकड़ी के बेंच के टुकड़े से टकरा गया। ट्रेन के चालक ने ट्रेन और इंजन को रोक दिया और इसकी सूचना ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर चौबेपुर को दी।
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जीआरपी ने किया ट्रैक का निरीक्षण |
जूनियर इंजीनियर श्री गुप्ता ने बताया कि घटना के बाद उन्होंने गश्ती अधिकारी कमलेश कुमार को उसी शाम घटना की सूचना देने के लिए ट्रेन पर भेजा। तब कमलेश ने बताया कि लगभग 60 सेंटीमीटर दूर एक टूटी हुई बेंच मिली है। इस दुर्घटना के कारण ट्रेन लगभग 6 मिनट तक रुकी रही। इसके बाद, ट्रैक के निरीक्षण के बाद ट्रेन फिर से रवाना हो गई।
चौबेपुर थाना प्रभारी राजकुमार सिंह राठौड़ मुताबिक रेलवे के जूनियर इंजीनियर के द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. इस पूरे मामले की गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है. जांच के दौरान जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे उसके आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि सितंबर 2024 में अनवरगंज-कासगंज रुट पर कानपुर से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस को रेलवे ट्रैक के बीच में भरा सिलेंडर रखकर पटाने का षड्यंत्र रचा गया था. रेलवे ट्रैक के पास में ही पेट्रोल बम और बारूद भी मिला था.