चंदौली, पूर्वांचल न्यूज प्रिंट। कोरोना महामारी के दौरान लोग घर पर हैं और इंडस्ट्री व व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद होने से बिजली की उपलब्धता उत्पादन से ज्यादा हो गई है। फिर भी उत्पादन कम करके लगातार बिजली कटौती की जा रही है। इस समय किसानों को चौबीस घंटे की बिजली आपर्ति की किया जाना चाहिए। यह मांग स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने उठायी है।
यहां जारी बयान में श्री राय ने कहा है कि लॉक डाऊन के पहले तक एक लाख हजार मेगावाट बिजली की खपत हो रही थी लेकिन मौजूदा समय में करीब एक लाख 15 हजार मेगावाट बिजली की खपत हो रही है। लिहाजा तमाम बिजली ईकाइयों को बंद करना पड़ा है या कम क्षमता से चलाई जा रही हैं। ऐसे में सरकार को चाहिए कि जब तक इंडस्ट्री व व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में बिजली की खपत आम दिनों के सापेक्ष कम रहती है, जैसे देश में हालात हैं उसमें यह स्थिति 2-3 महीने तक बनी रह सकती है। ऐसी स्थिति में सरकार को चाहिए कि कृषि कार्यों के लिए बिजली की आपूर्ति 24 घण्टे करे, जिससे किसानों को भारी लाभ भी पहुंचेगा और कृषि कार्यों में डीजल की खपत में भी कमी होगी और कृषि लागत में भी कमी आयेगी। इस वक्त गन्ना, पिपरमिंट, सब्जियों से लेकर तमाम फसलों के लिए सिंचाई एवं मड़ाई में भी बिजली की भारी मांग है। योगी सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों के लिए घरेलू व कृषि कार्यों के लिए अलग अलग फीडर बना कर पूर्ववर्ती सरकार में 18 घण्टे मिलने वाली बिजली को कृषि कार्यों के लिए 10 घण्टे कर दिया है जिससे किसानों को समुचित बिजली न मिलने से डीजल चालित मशीनों पर निर्भरता बढ़ने से लागत मूल्य में भी इजाफा हुआ है। ऐसी स्थिति में यह उचित होगा कि उत्तर प्रदेश सरकार किसानों को 24 घण्टे बिजली मुहैया कराना सुनिश्चित कराये और पूरे देश में भी इसे कम से कम अंतरिम व्यवस्था के तमत लागू किया जाना किसानों और जनहित में होगा।