विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक पर गोरखपुर में बना यूपी का पहला मॉडर्न क्वारंटाइन सेंटर, डायट का चार्ट भी तैयार

विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक पर गोरखपुर में बना यूपी का पहला मॉडर्न क्वारंटाइन सेंटर, डायट का चार्ट भी तैयार

 गोरखपुर,  पूर्वांचल न्यूज प्रिंट।उत्‍तर प्रदेश का पहला मॉडर्न क्वारंटाइन सेंटर मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह क्षेत्र गोरखपुर के एक सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में बनाया गया है। यह सेंटर विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य मंत्रालय के सभी मानकों को पूरा कर रहा है। इस सेंटर से आसपास के सभी कोरोना मरीजों के इलाज के लिए राहत पहुंचाएगा। यहां बने प्रत्येक वार्ड में दो लोगों के बीच पर्याप्त दूरी, अलग-अलग शौचालय, सभी के लिए अलग-अलग बाल्टी-मग, पौष्टिक भोजन और प्रतिदिन चिकित्सकीय परीक्षण की व्यवस्था की गई है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि गोरखनाथ क्षेत्र के सरस्वती शिशु मंदिर को विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइड लाइन के अनुरुप क्वारंटाइन सेंटर के रूप में बनाया गया है। यह प्रदेश का पहला मॉडर्न क्वारंटाइन सेटर है। इस सेंटर में जरूरत की सभी चीजों का ख्याल रखा गया है। सेंटर में 100 लोगों के रहने की व्यवस्था की गई है। अभी यहां आठ लोगों को क्वारंटाइन किया गया है। शुक्रवार से यह सेंटर पूरी तरह क्रियाशील हो जाएगा। यहां कर्मचारियों की शिफ्टवार ड्यूटी भी लगाई गई है जिससे कि यहां रुकने वाले लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो। कोरोना योद्धाओं का डाइट का एक चार्ट भी तैयार किया गया है। यहां कोरोना वार्ड में ड्यूटी करने वाले डॉक्टरों व पैरामेडिकल स्टॉफ का डाइट (खान-पान)का ब्यौरा दर्ज है, इसमें प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले सभी पदार्थों को शामिल किया गया है। जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके सिंह ने बताया कि सुबह के समय तुलसी, अदरक व नींबू वाली चाय व एक गिलास हल्दी वाला गुनगुना दूध दिया जाएगा। साथ ही एक अखरोट, एक कटोरी भुना मखाना व दो बादाम दिए जाएंगे। आठ से नौ बजे के बीच नाश्ते में दो पराठा, एक कटोरी मौसमी सब्जी, दलिया, पोहा, एक कटोरी संतरा आदि फल, अंकुरित मूंग व चना तथा भुनी मूंगफली दी जाएगी। 11 बजे तुलसी, लौंग, काली मिर्च, नींबू वाली एक कप चाय व दोपहर में एक से दो बजे के बीच भोजन दिया जाएगा जिसमें दो रोटी, दाल, सलाद, हरी सब्जी, एक कटोरी दही, मट्ठा या रायता शामिल होगा। शाम को चार बजे एक कप चाय, पांच से छह के बजे के बीच भुना लावा, भुना चना, भुना मखाना व एक कटोरी हलवा दिया जाएगा। रात का भोजन भी दोपहर की तरह होगा। सोते समय एक गिलास दूध हल्दी डालकर दिया जाएगा। ये सारे मानक विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक के अनुसार किया गया है।