ई-ऑफिस सिस्टम से लैस हुआ पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे मंडल, अब आएगी काम में तेजी

ई-ऑफिस सिस्टम से लैस हुआ पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलवे मंडल, अब आएगी काम में तेजी


डीडीयू जंक्शन। कहीं न तो फाइल रूकने का डर और ना ही रेलवे के कार्यों में पारदर्शिता का खतरा। वजह  पंडित दीनदयाल उपाध्याय  रेलवे  मंडल के सभी विभागों को ई-आफिस सिस्टम से लैस कर दिया गया है। यहां अब समय से फाइलों का निबटारा होने से रेल के विकास कार्यों में और तेजी आएगी। पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल को ई-आफिस से लैस करने के पीछे सबसे बड़ी खासियत यह कि सारा डेटा एकत्र रहेगा और फाइल के जलने या खराब होने पर डेटा गायब होने का खतरा तनिक मात्र भी नहीं होगा। इस सिस्टम में कंप्यूटर पर ही फाइल के स्टेटस अपडेट होंगे और हर फाइलों का निपटारा समय से हो रहा है या नहीं, इसकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी होती रहेगी। पंडित दीन दयाल उपाध्याय मंडल के रेल प्रबंधक पंकज सक्सेना कहते हैं कि लॉकडाउन में इस सिस्टम से काम करने में काफी सहूलियत होगी।
ई-आफिस सिस्टम शुरू होने से कंप्यूटरीकृत कार्य से समय की बचत होने लगी है। ई-आफिस सिस्टम पूरी तरह से मंडल में लागू होने के बाद कागज पर तैयार फाइलें अब गुजरे जमाने की बात हो जाएंगी। ई-ऑफिस एक एकीकृत फाइल और रिकार्ड प्रबंधन प्रणाली है जो आंतरिक डाटा के सुगम उपयोग के साथ सामग्री प्रबंधन को सरल बनाता है। इसके शुरू हो जाने से फाइल की ट्रैकिग और अभिलेखीय डेटा को आसानी से उपलब्ध कराता है। और साथ ही सिस्टम और डाटा पूरी तरह सुरक्षित और गोपनीय रखता है। ई-आफिस कार्यों में तेजी और पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से यह व्यवस्था बहाल की गई है। कंप्यूटर पर तैयार फाइल पर अधिकारी का हस्ताक्षर डिजिटल होगा। जिससे कम्प्यूटरीकृत कार्य से समय की भी बचत होगी। रेलवे में दस्तावेजों से भरी मोटी फाइलों को सहेजने की झंझट खत्म हो जाएगी। इससे रेलवे के किसी परियोजनाओं के फाइलों के एक जगह से दूसरी जगह पहुंचने में होने वाला खर्च, समय और मेहनत भी बचेगा।