● स्वराज अभियान व किसान मजदूर मंच के नेता अजय राय ने कहा- बर्बाद फसलों का आंकलन कर किसानों को मुआवजा दे योगी सरकार चन्दौली, पूर्वांचल न्यूज प्रिंट: बुजुर्गों की कही बातें सत्य हो रही है. जब संकट आता है तो चौतरफा आता है. यह बात कल काल बैसाखी के तांडव से हर उस किसान के मुंह से निकल रहा था जो बहुत उम्मीद से इजराइल पद्धति से सब्जियों की खेती कर रहे थे. फसल अच्छा होगा तो बाज़ार में अच्छा कीमत मिलेगा. लेकिन वैश्विक महामारी के कारण हुई लाकडाउन ने पहले ही उनकों संकट में डालें हुए था और कल की भंयकर ओलावृष्टि व हवा पानी ने उनकों और तबाह कर दिया. सरकार व प्रशासन से फसलों की नुकसान के मुआबजा के नाम पर पहले की तरह अधिकारियों का दौरा, आश्वासन, कागजी खानापूर्ति या लागत रूपइया और मुआवजा ठेला भर मिलेगा. आज उक्त काल बैसाखी के तांडव से तबाह किसानों की फसलों की क्षतिपूर्ति की मांग को उठाते हुए स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने कहा कि पिछले दिनों लगातार बारिश से किसानों का धान की फसल को बर्बाद कर दिया था और सरकार से मुआवजा के नाम पर अभी तक खानापूर्ति ही हुई है। वहीं प्रक्रिया से फिर से न दुहराई जाए तो अच्छा होगा.
कल एका-एक काल वैसाखी ने कई जगह किसानों के लिए काल बन कर आयी, पहले बूंदाबांदी से शुरू हुई, फिर हवा -पानी ओलावृष्टि ने कहर बरपाना शुरू कर दिया. करीब पच्चीस मिनट तक बडे़- बड़े ओले गिरे, खेत ओलावृष्टि से ढंक गया. ऐसे तो चकिया के पहाड़ी क्षेत्र में कई जगह पर ओले गिरें लेकिन सबसे ज्यादा तबाही शिकारगंज इलाके के टकटकपुर, पचफेड़िया, फिरोजपुर में हुआ. वहाँ के कई किसानों के फसलें चौपट हो गई. खीरा, भिंडी, कोहड़ा, लौकी ,नेनुआ, शिमला मिर्च ,करैला, तरबूज सहित कई सब्जियों की खेती यहाँ के किसान करते हैं. यहां किसान अपनी खेत आधुनिक तरीके से करते हैं. लेकिन अभी फसल तैयार हो रहा था कि यह ओलावृष्टि ने किसानों की कमर को तोड़ दिया. किसान संपत सिंह, बंधु कुशवाहा, ओम प्रकाश ,गनपत मनोज सहित कई किसान काल वैसाखी के तांडव से पूरी तरह से बर्वाद हो चुके हैं और सरकार से इनको राहत की उम्मीद है मगर पूर्व में हुए फसल की तबाही में जनपद के किसानों को मुआवजा देने के नाम पर ठगे जा चुका हैं. उनको फसल बर्बाद से काफी कम मुआवजा मिला था. इस नुकसान में बैंकों का फसली ऋण, मंडियों से व्यापारियों से उठाया गया कर्ज तथा एडंवास ने उनके सामने और संकट खड़ा करेंगा. किसानों का कहना है कि प्रशासन द्वारा काल बैसाखी के तांडव से फसलों की हुई बर्बादी का सही आंकलन हो और तत्काल मुआवजा दिया जाए. जो किसान बैंकों से कर्जा लेकर आधुनिक खेती कर रहें थे केंद्र व योगी सरकार उनके ऋण माफ़ी की घोषणा करें.