Convent School अभिभावकों से फीस जमा करने के लिए Mobile पर बना रहे दबाव, आदेश की उड़ायी जा रहीं है धज्जियां : अजय राय

Convent School अभिभावकों से फीस जमा करने के लिए Mobile पर बना रहे दबाव, आदेश की उड़ायी जा रहीं है धज्जियां : अजय राय


 
 जहां एक तरफ पूरा देश Covid-19 कोरोना वायरस से लड़ने में लगा हुआ है। दूसरी तरफ जगह-जगह चन्दौली जनपद समेत पूरे प्रदेश में नामचीन कुछ कान्वेंट स्कूल इस संकट काल मे केंद्र व सरकार के आदेश के बावजूद अभिभावकों से पूरी फीस वसूलने का दबाव डाल रहे हैं। खबर यह है कि अब मोबाइल से मैसेज भेज अथवा फोन कर फीस की मांग करने लगे हैं। यह आरोप है स्वराज अभियान के नेता अजय राय की। वे बताते हैं कि स्कूल प्रबंधक की शासन-प्रशासन की मनमानी हर जगह चर्चा का विषय बना हुआ है। लॉक डाउन 1 व 2 में कोरोना महामारी से बचने के लिए लोगों को प्रदेश सरकार ने घर मे रहने की सख्त हिदायत दे रखी है। लॉक डाउन में सभी स्कूल सरकारी, अर्धसरकारी 15 मई तक बन्द करा दिया गया है। साथ ही सरकार का सख्त निर्देश है कि इस दौरान कोई फीस अभी न लिया जाए। और एक साथ कई महीनों का नहीं लेने के भी निर्देश है। यहां परिवहन शुक्ल तो कतई नहीं लेने का आदेश है और आदेश न मानने पर कड़ी कारवाई किया जाएगा।जिला प्रशासन ने इन स्कूलों को गाइड लाइन भी भेजा है।बावजूद जिला प्रशासन के आदेश को ठेंगा दिखाते फीस वसूलने में मशगूल हैं।अभिभावकों को मोबाइल पर मैसेज भेज फीस की मांग किया जा रहा है। 
सीबीएसई बोर्ड के चेयरमैन ने बच्चों का नुकसान न हो। इसके लिए ऑनलाइन पढ़ाई करवाने को कहा है। इसी को ध्यान में रखकर लगभग कान्वेंट स्कूल के लोग ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं। इसी पढ़ाई के आड़ में अपने विद्यार्थियों से लॉक डाउन के दौर में स्कूल बंद रहने के बावजूद पूरी फीस देने के दबाव है। इस बाबत कई स्कूल के प्रबंधक कहते हैं  फीस नही वसूली जाएगी तो अपने शिक्षकों को पेमंट कहा से दिया जाएगा। यह व्यवहारिक भी दिखता है। लॉक डाउन अवधि में उत्तर प्रदेश में स्कूलों द्वारा परिवहन शुल्क न लिए जाने सम्बन्धी आदेश पूर्व में ही शासन की तरफ से निर्गत हो चुका है। अब इस आदेश का शत-प्रतिशत अनुपालन करने के लिए डीएम व एसपी को नजर रखनी होगी। खबर यह भी है कि पूर्व के जारी किए गए आदेश में से कुछ परिवर्तन हो सकता है। वहीं अभिभावकों का कहना है कि सीएम योगी को हेल्पलाइन जारी करने का निर्देश जारी करना चाहिये। ताकि मदद मिल सकती है।