LOCKDOWN: कांशीराम शहरी आवास में रहने वालों की स्थिति हुई दयनीय, स्वराज अभियान के नेता ने मुख्यमंत्री को भेजी चिठ्ठी

LOCKDOWN: कांशीराम शहरी आवास में रहने वालों की स्थिति हुई दयनीय, स्वराज अभियान के नेता ने मुख्यमंत्री को भेजी चिठ्ठी

लखनऊ। लॉक डाउन में इतनी सारी मदद के बाद भी अभी बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनके सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उनके घरों के चूल्हे बूझने की बारी आ गई है। आज कई ऐसे खुलासे हो रहे हैं जिसका तत्काल निदान बहुत जरूरी है। उत्तर प्रदेश के चन्दौली जिले के गोधना व मनोहरपुर बाईपास पर कांशीराम शहरी आवास में रहने वाले परिवारों की स्थिति कुछ ऐसी हो चुकी है। यहां कई ऐसे परिवार हैं, जो दैनिक मजदूरी व ई-रिक्शा चलाकर अपना जीवनयापन करते हैं। जिससे उन्हें रोज मजदूरी मिलने व ई रिक्शा से कमाई होने के पश्चात् ही उनके घरों में चूल्हा जलता है। रोज कमाई करके ही वे अपने दैनिक जरूरतों के सामान को खरीद पाते हैं। लॉक डाउन के बीच यहाँ पर कई ऐसे परिवार हैं, जिनके पास आज के समय में खाने पीने व अन्य आवश्यक वस्तुएं खरीदने के लिए न तो उनके पास पैसे हैं और ना ही कोई विकल्प है। ऐसी स्थिति में ये परिवार भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं।      खबर के मुताबिक योजनाओं को घर घर तक पहुंचने के दावे के बीच कांशीराम शहरी आवास में रहने वाले मिश्री लाल पुत्र राम करन लाल, शाहजहाँ पुत्र मन्नान कुरैशी, सिराजुद्दीन पुत्र स्व. जलालुद्दीन दिव्यांग, दिनेश गुप्ता पुत्र स्व छेदी साव, अलीजान पुत्र स्व अली हुसैन, सरोज पत्नी अशोक यादव,पूजा पुत्र स्व विनोद गुप्ता, राबिया पत्नी महबूब अली, प्रमोद पुत्र बनारसी गायत्री पत्नी विजय पांडेय आदि के राशन कार्ड तक नहीं बनें हैं। वहीं कुछ ऐसे भी है जिनका तीन माह पूर्व ही कोटदार यह कहते हुए राशन नहीं दे रहा है कि नाम जिला से ही कट गया है। स्थिति जो भी हो मगर लॉक डाउन में इन्हें राशन नहीं मिला तो अब उनके घरों के चूल्हे बंद हो जाएंगे।       स्वराज अभियान के नेता अजय राय ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ व चन्दौली के डीएम को लिखित पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि इस गंभीर व मानवीय मांग को संज्ञान में लेते हुए जरूरतमंद परिवारों को अविलम्ब राशन व अन्य  आवश्यकता की वस्तुएं निःशुल्क उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने आवेदन पत्र के साथ उन जरूरतमंदों की एक लिस्ट भी भेजी है जिनको राशन मुहैय्या करना बहुत ही जरूरी है।