Purvanchal News Print, डीडीयू जंक्शन: राजकोट से आए कामगारों के आरोपों को सही मानें तो कामगारों से 685 रुपये के टिकट के नौ सौ रुपये वसूले गए.यात्रा में भी परेशानी हुई. मगर मजबूरी में सब कुछ सहना पड़ा. एक का कहना था कि Lockdown के चलते काम धंधे बंद हो गए थे. और खाने-पीने तक की समस्या हो गई थी. जब कोई भी रास्ता नही सूझा तो इन सभी कामगारों ने घर वापसी का फैसला किया.
shramik special train से घर वापसी का रजिस्ट्रेशन बड़ी मुश्किल से हो पाया.
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण लगातार बढ़ता ही जा रहा है और इसी के साथ लॉकडाउन में काम-धंधा बंद हो जाने के चलते प्रवासी मजदूरों का महा-पलायन भी जारी है. अलग-अलग राज्यों में फंसे लाखों कामगारों की घर वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई गई हैं. इसी कड़ी में गुजरात (Gujrat) के राजकोट (Rajkot) में फंसे प्रवासी मजदूरों को लेकर दूसरी श्रमिक स्पेशल ट्रेन शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (मुग़ल सराय जंक्शन) पहुंची.
भोजन-पानी के संकट के बाद कोरोना त्रासदी से घर वापसी को मजबूर इन कामगारों ने अपना दर्द साझा किया, इन्होंने बताया कि लॉकडाउन के चलते काम धंधे बंद हो गए थे और खाने-पीने तक की समस्या हो गई थी. जब कोई भी रास्ता नही सूझा तो इन सभी कामगारों ने घर वापसी का फैसला किया. श्रमिक स्पेशल ट्रेन से घर वापसी का रजिस्ट्रेशन कराया गया जो बड़ी मुश्किल से हुआ. इनसे राजकोट से डीडीयू जंक्शन तक के सफर के लिए 900 रुपये मांगे गए जबकि टिकट पर प्रिंटेड किराया 685 रुपए था. क्या करते घर लौटने के सिवा कोई चारा भी नहीं था मजबूरन जितने पैसे मांगे गए दिए. यात्रा के दौरान भी इनको काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. कामगारों का कहना था कि ट्रेन में पीने के पानी और भोजन की भी काफी दिक्कत थी. गुरुवार कोB पहुंची पहली श्रमिक स्पेशल ट्रेन से पहुंचे मजदूरों ने भी दावा किया था कि उनसे 630 रुपये के टिकट पर उनसे 800 रुपये की वसूली की गई और ट्रेन में खाने के लिए बस प्लेन चावल मुहैया कराया गया.
दिल्ली-हावड़ा रेल रूट पर स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन (मुगलसराय) पर गुजरात के राजकोट से चलाई गई श्रमिक स्पेशल ट्रेन से शुक्रवार को 1079 प्रवासी मजदूर पहुंचे हैं. लगभग 3 बजे पहुंची ट्रेन से आये श्रमिकों को थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद बसों में बिठाकर इन्हें इनके गृह जनपद तक भेजा गया . दरअसल ये यूपी के अलग-अलग जिलों के वो श्रमिक और कामगार हैं जो अपनी रोजी-रोटी के चक्कर में गुजरात गए थे. लेकिन कोरोना त्रासदी ने इनको घर वापसी के लिए मजबूर कर दिया था. राजकोट से चलकर डीडीयू जंक्शन पहुची इस ट्रेन में चन्दौली,वाराणसी, भदोही, जौनपुर, प्रतापगढ़, मिर्जापुर,सोनभद्र,बलिया,मऊ,आजमगढ़, प्रयागराज और गाजीपुर सहित दर्जनों जिलो के लोग सवार थे.