Bihar Breaking News: क्या यही है सबका साथ- सबका विकास हाय रे! नीतीश सरकार, दलित मुस्लिम एकता फ्रंट के बिहार प्रभारी ने लगाए कई गंभीर आरोप

Bihar Breaking News: क्या यही है सबका साथ- सबका विकास हाय रे! नीतीश सरकार, दलित मुस्लिम एकता फ्रंट के बिहार प्रभारी ने लगाए कई गंभीर आरोप


दुर्गावती /कैमूर, रिपोर्ट: संजय मल्होत्रा: बिहार बॉर्डर पर खजुरा गांव के समीप पहुंचे दलित मुस्लिम एकता फ्रंट के बिहार प्रभारी सुरेश वाडकर साहब ने प्रवासी मजदूरों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त किया है.
 उन्होंने कहा कि प्रवासी मजदूरों की हालत इतनी खराब है कि कोरोना वैश्विक  महामारी से कम और ज्यादा इनकी मौतें हजारों किलोमीटर पैदल चलने और भुखमरी से ज्यादा हो थी हो रही हैं.
जिसका सरकार के पास प्रवासी मजदूरों का कोई आंकड़ा नहीं है.
 श्री वाडकर ने आंखों देखी हाल बताया कि प्रवासी मजदूर एवं महिलाएं गोद में दूध मोहे बच्चे को लिए हुए भटक रही हैं.
 किस तरह से जान जोखिम में डालकर ट्रकों पर अपने बच्चों को लेकर चड़ रहे हैं.
 यह काफी चिंता विषय है .पैदल चलते, चलते प्रवासी मजदूर गर्भवती महिलाएं अपने बच्चे को जन्म दे देती हैं.
 उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर ऐसी हालात किसने पैदा किया व पैदल  चलते-चलते प्रवासी मजदूर सड़क दुर्घटना में न जाने कितने लोग मर गए.
 कोरोना वैश्विक महामारी से तो कम लेकिन ज्यादा प्रवासी मजदूर भुखमरी से मौत के काल के गाल में समा गए हैं.
आखिर ऐसा हालात क्यों उत्पन्न हुए.
इन सारे सवालों का जवाब केंद्र सरकार व राज्य सरकार को एक दिन अवश्य देना पड़ेगा. प्रवासी मजदूरों की कल्पित आत्मा  ऐसे लोगों को कभी माफ नहीं करेगी.