वैश्विक महामारी में आदिवासियों की मदद करने से नहीं रोक पायी गीता व अजय को चिलचिलाती धूप

वैश्विक महामारी में आदिवासियों की मदद करने से नहीं रोक पायी गीता व अजय को चिलचिलाती धूप



 Purvanchal News Print चन्दौली : वैश्विक महामारी के समय गरीबों के बीच यह लॉकडाउन कहर बनकर आया है. जब सबका रोजगार चौपट हो चुका है. सरकार भी भूख से जूझ रहे लोगों को मदद नहीं के बराबर कर रही हैं तो ऐसे समय में लोग जो हर समय गरीबों की मदद में पहले भी खड़े रहतें थे और आज भी खड़े हैं.      उनमें से एक हैं डाक्टर गीता शुक्ला व स्वराज अभियान के नेता अजय राय.                                       सोमवार की चिलचिलाती धूप में कई वनवासियों की बस्ती में पहुचें और सैकड़ों वनवासियों को खाद्य पदार्थ दिया. समाज के मुख्य धारा से वंचित रहने वाली वनवासियों की स्थिति आज भी बहुत बेहतर नहीं हैं. गरीबों, मजलूमों की मदद में खड़ें ये समाजसेवी मुड़हुआ, बैराठ बनवासी बस्ती में पहुँच कर आंदोलन  में भी  शिरकत करने वाले परिवार के बीच राहत की सामग्री बांटने में आगे रहे.                                                  माकपा के जिला सचिव रामअचल यादव, किसान नेता लालचंद यादव, रामदुलारे वनवासी, सरोज कुमार के साथ इन बस्तियों में पहुँच कर संकट के समय मदद का भरोसा दिया.                  वैश्विक महामारी के समय एक डाक्टर के हैसियत से लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने, हाथ हर समय साफ करने का भी सुझाव दिए और वहीं यह कहा गया कि जो प्रवासी मजदूर बाहर से आये हैं, वह अपना रजिस्ट्रेशन करा लें ताकि उन्हें  सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाया जा सकें.                                                       इस चिलचिलाती धूप में जरूरतमंदों के बीच बांटी गई खाद्य सामग्री से लोगों के चेहरे पर एक खुशी देखी गई.