◆ कैबिनेट मंत्री, विधायक सहित अन्य नेताओं ने जताया शोक, दो बार लोक सभा और दो बार विधान सभा के चुनाव में आजमाया था किस्मत◆
चन्दौली: गांव से लेकर लोक सभा की चुनाव में किस्मत आजमा चुके लोकप्रिय पूर्व ब्लॉक प्रमुख व भाजपा नेता शशीकांत राजभर की सोमवार की देर रात वाराणसी के एक निजी अस्पताल में मौत हो गयी। इसकी जानकारी होने पर शुभ चिंतक और परिजनों में शोक की लहर दौड़ पड़ी. बुधवार को वाराणसी के मर्णिकर्णिका घाट पर अन्तिम दाह संस्कार किया गया. बडे़ पुत्र अरविंद राजभर ने पिता को मुखाग्नि दिया। इस मौके पर कई भाजपा नेता सहित अन्य दलों के नेताओं ने शोक संवेदना प्रकट किया.
विकास खंड के दुदौली गांव निवासी स्व नरेश राजभर के दो पुत्र कैलाश राजभर और शशीकांत राजभर है. शशीकांत बचपन से ही मिलनसार और हसमुख स्वभाव के कारण जनजन में लोक प्रिय थे. होश सभांलते ही ग्राम प्रधानी का चुनाव लड़ा। लगातार तीस साल तक प्रधान रहकर सेवा करते रहे. पहली बार 1999 में बसपा से लोक सभा का चुनाव लडे़. लेकिन मामूली वोट से हार गये। 2005 में भाजपा की टिकट पर पुन लोकसभा का चुनाव लडे़ पर हार का सामना करना पड़ा. इसके बाद 2007 में भाजपा की टिकट पर चिरईगांव विधानसभा सीट पर चुनाव लडे़ हार का सामना करना पड़ा
इसके बाद 2010 में ब्लॉक प्रमुख सकलडीहा की चुनाव में उतरे. निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीता. 2012 में पुन विधान सभा भाजपा के टिकट पर लड़े हार का सामना करना पड़ा। भाजपा के दिग्गज नेताओं के आर्शिवाद के कारण शशीकांत सदैव सुर्खियों में रहे. लम्बे समय से बीमार थे. जिनका दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था.लॉक डाउन के कारण वाराणसी के हेरिटेज में इलाज हो रहा था. सोमवार की देर रात अचानक तबीयत खराब होने पर वाराणसी जाते समय रास्ते में मौत होगयी. पत्नी प्रभावती देवी पुत्र अरविंद राजभर, धर्मराज राजभर सहित परिजन दहाड़ मारकर रो रहे थे. जिसे देख सभी मर्माहत थे.
61 वर्षीय पूर्व ब्लॉक प्रमुख व भाजपा नेता शशीकांत राजभर की अचानक मौत की खबर लगते ही भाजपा सहित जनप्रतिनिधियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, सैदराजा विधायक सुशील सिंह, पीडीडीयू विधायक साधना सिंह,सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर, विधायक प्रतिनिधि अनिल यादव, जिला पंचायत सदस्य चाखन यादव, विजेन्द्र यादव, महेन्द्र राजभर, ग्राम प्रधान बजरंगी राम ,रामअधार गुप्त, सत्यप्रकाश सिंह, अमित सिंह सहित भाजपाईयों ने शोक संवेदना प्रकट किया।
रक्षा मंत्री के करीबी थे शशिकांत राजभर
चंदौली जनपद के पूर्व मुख्यमंत्री व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के करीबियों में शशिकांत राजभर की गिनती होती है। नेताओ की माने तो वह अपने बेटे समान शशिकांत को मानते थे। यहीं नहीं रक्षा मंत्री के पारिवारिक सदस्य के रूप में अपना योगदान देते थे.
दो बार लोक सभा और दो बार विधान सभा के चुनाव में आजमाया था किस्मत
सकलडीहा। गांव से लेकर लोक सभा की चुनाव में किस्मत आजमा चुके लोकप्रिय पूर्व ब्लॉक प्रमुख व भाजपा नेता शशीकांत राजभर की सोमवार की देर रात वाराणसी के एक निजी अस्पताल में मौत हो गयी। इसकी जानकारी होने पर शुभ चिंतक और परिजनों में शोक की लहर दौड़ पड़ी। बुधवार को वाराणसी के मर्णिकर्णिका घाट पर अन्तिम दाह संस्कार किया गया। बडे़ पुत्र अरविंद राजभर ने पिता को मुखाग्नि दिया। इस मौके पर कई भाजपा नेता सहित अन्य दलों के नेताओं ने शोक संवेदना प्रकट किया।
विकास खंड के दुदौली गांव निवासी स्व नरेश राजभर के दो पुत्र कैलाश राजभर और शशीकांत राजभर है। शशीकांत बचपन से ही मिलनसार और हसमुख स्वभाव के कारण जनजन में लोक प्रिय थे। होश सभांलते ही ग्राम प्रधानी का चुनाव लड़ा। लगातार तीस साल तक प्रधान रहकर सेवा करते रहे। पहली बार 1999 में बसपा से लोक सभा का चुनाव लडे़। लेकिन मामूली वोट से हार गये। 2005 में भाजपा की टिकट पर पुन लोकसभा का चुनाव लडे़ पर हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2007 में भाजपा की टिकट पर चिरईगांव विधानसभा सीट पर चुनाव लडे़ हार का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2010 में ब्लॉक प्रमुख सकलडीहा की चुनाव में उतरे. निर्विरोध ब्लॉक प्रमुख का चुनाव जीता. 2012 में पुन विधान सभा भाजपा के टिकट पर लड़े हार का सामना करना पड़ा. भाजपा के दिग्गज नेताओं के आर्शिवाद के कारण शशीकांत सदैव सुर्खियों में रहे. लम्बे समय से बीमार थे. जिनका दिल्ली एम्स में इलाज चल रहा था। लॉक डाउन के कारण वाराणसी के हेरिटेज में इलाज हो रहा था. सोमवार की देर रात अचानक तबीयत खराब होने पर वाराणसी जाते समय रास्ते में मौत होगयी। पत्नी प्रभावती देवी पुत्र अरविंद राजभर, धर्मराज राजभर सहित परिजन दहाड़ मारकर रो रहे थे. जिसे देख सभी मर्माहत थे।
कैबिनेट मंत्री, विधायक सहित अन्य नेताओं ने जताया शोक
61 वर्षीय पूर्व ब्लॉक प्रमुख व भाजपा नेता शशीकांत राजभर की अचानक मौत की खबर लगते ही भाजपा सहित जनप्रतिनिधियों में शोक की लहर दौड़ पड़ी. कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर, सैदराजा विधायक सुशील सिंह, पीडीडीयू विधायक साधना सिंह,सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर, विधायक प्रतिनिधि अनिल यादव, जिला पंचायत सदस्य चाखन यादव, विजेन्द्र यादव, महेन्द्र राजभर, ग्राम प्रधान बजरंगी राम ,रामअधार गुप्त, सत्यप्रकाश सिंह, अमित सिंह सहित भाजपाईयों ने शोक संवेदना प्रकट किया.
रक्षा मंत्री के करीबी थे शशिकांत राजभर
चंदौली जनपद के पूर्व मुख्यमंत्री व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के करीबियों में शशिकांत राजभर की गिनती होती है। नेताओ की माने तो वह अपने बेटे समान शशिकांत को मानते थे। यहीं नहीं रक्षा मंत्री के पारिवारिक सदस्य के रूप में अपना योगदान देते थे।