● सामाजिक संस्था पूर्वांचल युवा शक्ति सेवा ट्रस्ट के सदस्यों के सहयोग से कोरोना फाइटर्स टीम का किया गठन.
● प्रतिदिन गांव-गांव जाकर 250-300 गरीबों मजदूरों को देते हैं लंच पैकेट, फिर बताते हैं कोरोना से बचने के उपाय
● उत्तर प्रदेश सरकार कर चुकी है तीन बार पुरस्कृत
चन्दौली, रिपोर्ट- रविन्द्र यादव: अगर व्यक्ति दृढ़ इच्छाशक्ति से कुछ करने की ठान ले तो कायनात भी लग जाती है उसके उद्देश्य को पूरा कराने में। तब संसाधनों की कमी, शारीरिक दुर्बलता, आर्थिक अभाव उसके मार्ग के कंटक नहीं बन पाते हैं. ऐसे ही मजबूत इरादों वाले शख़्स हैं युवा समाजसेवी राकेश यादव रौशन, जो इस कोरोना महामारी से लड़ने के लिए अपनी कोरोना फाइटर्स टीम का गठन किये हुए हैं. यह टीम प्रतिदिन अलग-अलग गांवों में जाकर लोगों को कोरोना से बचाव हेतु उन्हें प्रशिक्षण देकर जागरूक करती है और फिर सबको लंच पैकेट भी देती है. पिछले एक माह से ज्यादा दिनों से प्रतिदिन 250-300 लोगों को लंच पैकेट इस टीम द्वारा प्रतिदिन दिया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद क्षेत्र के मारूफपुर गांव निवासी राकेश रौशन एक दिव्यांग हैं. अपनी दिव्यांगता और सीमित संसाधनों को नजर अंदाज कर पिछले एक माह से ज्यादा समय से लॉकडाउन के गरीब असहाय और जरूरतमंद लोगों की घूम-घूमकर मदद कर रहे हैं. साथ ही ये कोरोना से बचाव की मुहिम भी चला रहे हैं. राकेश रौशन ने बताया कि किसी कार्य को करने की दृढ़ इच्छा शक्ति हो तो, रास्ते अपने आप मिलते जाते हैं. राकेश ने आगे बताता की कोरोना फाइटर्स टीम में कुल बीस लोग हैं, जो प्रतिदिन लंच पैकेट और बिस्किट के साथ झुग्गी झोपड़ी और दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों की बस्तियों में जाते हैं. इस दौरान वे अपने ड्रेस में रहते हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखते हुए उन्हें जागरूक करते हैं. इस कोरोना फाइटर्स टीम द्वारा अब तक क्षेत्र के मझिलेपुर, मारूफपुर, हुसेपुर, रमदत्तपुर, महमदपुर, सरौली, हसनपुर, तिरगावा, भूसौला, नदेसर, बड़गावा, पट्टी, टांडा सहित दर्जनों गांवों के कई हजार लोगों को जागरूक किया जा चुका है. श्री रौशन ने बताया कि वह जीवन किसी काम का नहीं है. जो दूसरों के काम न आए नर सेवा ही नारायण सेवा है. हर व्यक्ति को अपने सीमित संसाधनों में ही जितना हो सके, लोगों की मदद करनी चाहिए. मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है. जिले के ब्रांड अम्बेसडर के रूप में भी राकेश रौशन ने विगत लोकसभा चुनाव 2019 में कड़ी मेहनत की थी, जिसके लिए इन्हें उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा तीन बार पुरस्कृत किया जा चुका है