दुर्गावती (कैमूर /बिहार), रिपोर्ट -संजय मल्होत्रा: स्थानीय थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम लरमा व जमुरनी गांवों के बीच खेत में जेसीबी द्वारा मिट्टी खुदाई कर ट्रैक्टर पर लोड किये जाने के बाद हुए विवाद हो गया था. इसके बाद भारी पुलिस बल पहुंची तो ग्रामीणों ने हमला बोल दिया. इस हमले के मामले में अब ग्रामीणों ने पुलिस पर उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगाई है. बता दें कि बिहार में दुर्गावती के जमुरनी गांव के ग्रामीणों ने बताया कि सोमवार की शाम भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचकर बेकसूर लोगों की पिटाई की है. इनका कहना है कि प्रशासन के साथ नोकझोंक व गाड़ी का शीशा तोड़ने वाले अभियुक्त फरार हो गए. और इस मामले में बेकसूर महिला समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. जिसकी पहचान कृष्णावती देवी ,
जय प्रकाश राम . मंटू राम , राजेश राम तथा विकास राम शामिल हैं जबकि कृष्णावती देवी पति मंटू राम की पत्नी के गोद में चार माह के दूध पीने वाला बच्चा घर पर है और उसका कहना है कि वह अपने घर से दुकान में सामान खरीदने गई थी. तभी भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचते ही उक्त महिला को गिरफ्तार कर लिया और उसे जेल भेज दिया. इधर दूसरी तरफ चार माह का बच्चा दूध नहीं मिलने से घर में तड़प रहा है. जग्रामीणों ने बीते दिनों की घटना का खुलासा करते हुए बताया कि उस दिन गांव के बधार में मिट्टी लोड के दौरान ट्रैक्टर चालक आपस में भिड़ गए थे और नोकझोंक आपस मे करने लगे. उसी क्षण किसी ने पुलिस को सूचना कर दिया जब उक्त स्थल पर पुलिस पहुंची तो आव देखा न ताव लाठी मारकर सब को भगाने का प्रयास किया.
जिस पर दो-चार ग्रामीणों को लाठी लगी और ग्रामीण आक्रोशित होकर पुलिस की गाड़ी का शीशा तोड़ डाले थे. आरोप है कि शीशा टूटने के बाद दुर्गावती थाना के दरोगा एसआई विजय शंकर पांडे ने अपना पिस्तौल लहराते हुए ,जाति सूचक शब्दों का भी प्रयोग किया गया था .
क्या कहते हैं पुलिस पदाधिकारी कैमूर जब एसपी दिलनवाज अहमद का मोबाइल नंबर 9431822979 पर कई बार रिंग जाने के बाद भी फोन रिसीव नहीं हुआ जिसके कारण बात नहीं हो पाई , हालांकि पुलिस ने कहा है कि पुलिस पर हमला करने वाले छुप जाए लेकिन उन्हें बख्शा नहीं जाएगा. जबकि पुलिस द्वारा ग्रामीणों का उत्पीड़न किये जाने के सवाल पर कुछ भी नहीं रही है.