Purvanchal News Print लखनऊ: कोरोना संक्रमण की महामारी के दौर में भी खाद्य रशद विभाग के गेंहू की तस्करी करने वाले बाज नहीं आ रहे हैं. हालांकि ललितपुर जिले के सीमावर्ती मध्यप्रदेश के सागर जिले में कोविड-19 रसद आपूर्ति लिखे ट्रकों से यूपी से सागर ले जाया गया गेहूं को बरामद कर लिया है. इस मामले में सागर पुलिस द्वारा मुकदमा भी दर्ज किया गया है.
सागर में यूपी का गेहूं पकड़ाने के बाद यूपी प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. कल ललितपुर जिले के सीमावर्ती मध्यप्रदेश के सागर गरीबों को बांटे जाने वाला कोविड-19 रसद आपूर्ति लिखे ट्रकों से यूपी से सागर पहुंचा गेहूं बरामद किया गया है. इसमें आरोप लग रहा है कि यूपी के ललितपुर जिले से कोविड-19 के दौरान गरीबों को बांटने के लिए भेजा गया अनाज गरीबों को न बांटकर सीधे मध्यप्रदेश की मंडी में बेचा जा रहा है. आरोप के बाद से ललितपुर जिला प्रशासन में हड़कम्प मचा हुआ है. मामले पर संज्ञान लेते हुए इसके जांच के आदेश दिए गए हैं.
ललितपुर जिलाधिकारी योगेश कुमार शुक्ला ने इस मामले को संज्ञान लेते हुए तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं. हालांकि प्रथम दृष्टया सागर में पकड़े गये अनाज को गरीबों में बांटा जाने वाला राशन नहीं मान रही है. बल्कि व्यापारी द्वारा मंडी शुल्क की चोरी कर उसे सागर जिले के सीहोरा मंडी में बेचे जाने का मामला बता रही है. इसमें एक व्यापारी विनोद जैन का भी नाम आ रहा है. DM ने आगे की विस्तृत जांच के लिये SDM मड़ावरा और अपर जिलाधिकारी राजस्व को निर्देशित किया है. दअसल, सीहोरा कृषि मंडी में चल रहे खरीदी केंद्रों में शनिवार 5 आयशर ट्रकों में भरकर गेहूं बिकने आया था. दो ट्रक गेहूं खाली होकर ट्रैक्टर-ट्रॉली से मंडी प्रांगण तक पहुंच भी गया था. सभी ट्रकों पर कोविड-19 रसद आपूर्ति ललितपुर लिखा था. इस घटना से प्रशासन में हड़कम्प मच गया. सागर जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, संजय सिंह ने बताया कि पंचनामा भरकर 5 ट्रक, 3 ट्रैक्टर-ट्रॉली को जब्त कर राहतगढ़ थाने में रखा गया है. करीब 500 क्विंटल गेहूं बरामद कर वेयर हाउस में रखवाया गया है. अब सवाल यह उत्तन लगा है कि यूपी के गरीबों को बांटे जाने वाला राशन मध्य प्रदेश के सागर में कैसे पहुंचा, यह संयोग था कि मंडी में बिकने के पहले ही पकड़ लिया गया.