दुर्गावती (कैमूर), रिपोर्ट, संजय मल्होत्रा : स्थानीय प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत यूपी-बिहार सीमा सरहद खजुरा गांव के समीप बॉर्डर पर रविवार की देर शाम आंधी-तूफान और बारिश होने से प्रवासी मजदूरों में अफरा-तफरी मच गई.
मजबूरन प्रवासी मजदूर नजदीक के खजुरा गांव में छुप कर अपनी जान बचाए. वहीं कुछ प्रवासी मजदूर दर्जनों की संख्या में खड़ी बसों में जाकर छुप गए आंधी और तूफान इतना भयंकर था
कि यूपी-बिहार बॉर्डर पर लगाए हुए टेंट हाउस की पाइप गिर कर चारों तरफ बिखर गई और टेंट में सरकारी कर्मचारियों का स्टाल लगाकर रखा गया कंप्यूटर व रजिस्ट्रेशन कागजात सब बारिश में नुकसान हो गया.
और साथ ही कपड़े का टेंट हाउस क्षतिग्रस्त हो गया. जबकि दर्जनों पुलिस पदाधिकारी, स्वास्थ्य कर्मी बाल-बाल बच गए.
दूसरी तरफ शासन-प्रशासन के द्वारा लगाए गए टेंट हाउस में कंप्यूटर और रजिस्ट्रेशन का सभी कागज बारिश और आंधी तूफान होने के कारण हवा में उड़ गए. अब सरकारी कर्मचारियों को किए हुए प्रवासी मजदूरों को रजिस्ट्रेशन कागजात का नुकसान हो जाने से आंकड़ा जुटाने में काफी मशक्कत करना पड़ रहा है.
ज्ञातव्य हो कि प्रवासी मजदूर बसों में जाग कर रात बिताई और सुबह होते ही कुछ प्रवासी मजदूरों के पैर में सूजन पड़ गया था. सोमवार की सुबह शासन-प्रशासन के लोग पहुंचकर विधि व्यवस्था को दुरुस्त कराया. उसके बाद प्रवासी मजदूरों का रजिस्ट्रेशन व थर्मल स्क्रीनिंग जांच प्रक्रिया शुरू हो पाई. साथ ही बाहर से आने वाले प्रवासी मजदूरों को उनके गृह जिला भेजने का कार्य शुरू कर दिया गया है.