Breaking News: लोन का क़िस्त वसूलने गए फाईनेंस बैंक के एजेंट को ग्रामीणों ने बंधक बनाया, पुलिस के हस्तक्षेप से मामला सुलझा

Breaking News: लोन का क़िस्त वसूलने गए फाईनेंस बैंक के एजेंट को ग्रामीणों ने बंधक बनाया, पुलिस के हस्तक्षेप से मामला सुलझा

Purvanchal News Print, चन्दौली: उत्तर प्रदेश के चन्दौली जनपद अंतर्गत अलीनगर थाना क्षेत्र के धूसखास गांव में शुक्रवार को एक फाइनेंस कंपनी के एजेंट स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से जबरन किस्त वसूली का दबाव बना रहा था. जिसका ग्रामीणों ने जमकर विरोध करते हुए उसे बंधक बना लिया.बाद में सूचना पाकर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ. ग्रामीणों का कहना था कि आरबीआई ने बैंकों के वसूली पर रोक लगा दी है, बावजूद फाईनेंस कम्पनियां कर्जदारों को प्रताड़ित कर क़िस्त वसूलने के लिए गांव-गांव चक्कर काट रही हैं. ऐसा ही इस गांव में महिलाओं के साथ किये जाने पर लोंगों ने फाइनेंस बैंक के एजेंट को घेरते हुए विरोध जताया. जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस के हस्तक्षेप के बाद वापस लौट गया. मालूम हो कि
प्राइवेट फाइनेंस कंपनियों द्वारा गांव-गांव महिलाओं का समूह बनाकर लघु उद्योग के लिए पैसे बांटने का काम करती हैं. लेकिन लॉक डाउन के बाद सरकार ने किसी भी फाइनेंस कंपनी या बैंक द्वारा दिए गए लोन की वसूली के लिए 3 महीने तक कोई दबाव नहीं बनाने का निर्देश दिया गया है. बावजूद इसके शुक्रवार को धूस खास गांव में एक फाइनेंस कंपनी द्वारा पहुंचकर समूह की महिलाओं पर दबाव बनाकर वसूली की कोशिश की गई .इसकी जानकारी जैसे ही ग्राम प्रधान विजय मिश्रा व ग्रामीणों को हुई तत्काल फाइनेंस कंपनी के लोगों को बैठा लिया गयाऔर इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने हिदायत देकर बैंक एजेंट को  ग्रामीणों से रिहा कराया. हालांकि इनके खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया.  इस संबंध में पूछे जाने पर एसआई ताराचंद्र सिंह ने बताया कि ग्रामीणों द्वारा इसका विरोध किए जाने के बाद उनको छुड़वा कर वापस भेज दिया गया है.