डीडीयू जंक्शन/चन्दौली : दूसरे राज्यों से प्रवासी श्रमिकों को लेकर यहां आई ट्रेन को डीडीयू जंक्शन के यार्ड में कल रात में रेलवे ने लावारिस हालत में छोड़ दिया था. यहां काफी देर तक खड़ा होने के बाद जब ट्रेन आगे नहीं बढ़ी तो आक्रोशित यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. यात्रियों ने रेलवे लाइन पर सीमेंट व लोहे की पटरी को रख आक्रोश व्यक्त किया. बावजूद रेलवे के अधिकारी यह बताने की स्थिति में नहीं दिखे की काफी देर तक यहां ट्रेन को क्यूं रोक गया है. आलम यह रहा कि देखते-देखते यहां दो और श्रमिक ट्रेने पहुंच गई. जानकारी के मुताबिक देर रात में श्रमिकों को लेकर यहां कुल तीन ट्रेनें पहुंची है. यहां यार्ड में सिंगल लाल रहने पर ट्रेन खड़ी हो गई लेकिन घंटों बीत जाने के बाद भी जब ट्रेन आगे नहीं खुली तो श्रमिकों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. इन ट्रेनों को विशाखापत्तनम से समस्तीपुर जाना था. ट्रेन में सवार श्रमिकों का कहना था कि ट्रेन में भूखे प्यासे लोग पड़े हुए हैं लेकिन रेलवे विभाग इन ट्रेनों को डीडीयू जंक्शन के प्लेटफार्म पर भी नहीं ले जा रहा है. फिर भी इस हालत में मजदूर ट्रेन में देर रात से बैठे है.
आज सुबह उनका धैर्य जवाब दे दिया. पहली बार जब श्रमिक हंगामा शुरू किए तब भी अधिकारियों के कानों पर जूं नहीं रेंगा.
इस तरह रात से ट्रेन खड़ी थी. आज सुबह में श्रमिकों ने नारेबाजीशुरू कर दी. ट्रेन में सवार श्रमिक, बूढ़े बच्चे महिलाएं खाने व पानी के लिए तड़पने लगे थे. इस गर्मी में ट्रेनों में बैठे-बैठे सभी का बुरा हाल हो गया है. गुस्साए मजदूरों ने ट्रेन की दूसरी पटरियों पर भी बोल्डर रख कर जाम लगा दिया. खबर है कि शनिवार की सुबह डीडीयू जंक्शन की यार्ड में खड़ी तीन श्रमिक ट्रेनों को चलाया नहीं जा सका था. शासन प्रशासन जहां जंक्शन पहुंचने वाले मजदूरों के भोजन पानी से लेकर उन्हें घर जाने के लिए बस आदि व्यवस्था का दावा कर रहा है वहीं यार्ड में खड़ी ट्रेनों को लेकर श्रमिकों के हंगामे ने सारी व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है. रेलवे के एक प्रवक्ता ने बताया कि ट्रेन रुकने से मजदूरों ने हंगामा शुरू कर दिया था.बाद में उन्हें समझा बुझाकर ट्रेन को चलाया गया. यहां ट्रेन तकरीब 30 मिनट प्रभावित हुई है.