◆ बाढ कन्ट्रोल रूम खोलकर 24 घंटे सिफ्टवार लगाई जाए कर्मचारियों की ड्यूटी
◆ लेखपाल अगले दो महीने तक तैनाती वाले गांव में करेंगे प्रवास
◆ नगर निगम के बाढ़ नोडल अधिकारी का वेतन रोकने तथा कारण बताओ नोटिस होगी जारी
वाराणासी: डीएम कौशल राज शर्मा ने शुक्रवार को कैंप कार्यालय में बैठक में अभी से बाढ़ की तैयारी में जुटने के निर्देश दिये बैठक के दौरान नगर निगम तथा सिविल डिफेंस द्वारा कार्य योजना तैयार नहीं करने पर गहरी नाराजगी जताई और नगर निगम के बाढ नोडल अधिकारी के अनुपस्थित होने पर उनका वेतन रोकने तथा कारण बताओ नोटिस देने का निर्देश जारी किया.
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बाढ प्रभावित लोगों के लिए खाद्य सामगी उपलब्ध कराने के लिए लोकल स्तर पर व्यापरियों को टेण्डर कराने के भी निर्देश दिए. जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया कि बाढ राहत शिविर के आस-पास ही कम्युनिटी किचन संचालिए किए जाए, इसके लिए कैटरर्स चिन्हित करते हुए उन्हें निर्देश पहले से ही दे दिए जायें ताकि बाद में कोई समस्या उत्पन्न न होने पाए. उन्होंने गोताखोरो को चिन्हित करते हुए उन्हें घाटवार तैनात किए जाने हेतु उपजिलाधिकारी सदर को निर्देशित किया. साथ ही नाविकों तथा गोताखोरों की सूची पुलिस को भी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. बाढ कन्ट्रोल रूम अभी से चालू करा दिए जायें तथा वहां पर 24 घंटे सिफ्टवार संबंधित विभागों के कर्मचारियों की तैनाती कर दी जाय. उन्होंने लेखपालों को अगले 2 महीने तक तैनाती वाले गांव में ही निवास करने का निर्देश दिया ताकि किसी भी आपात स्थिति की सूचना तथा सहायता उपलब्ध करायी जा सके. डीएम ने सभी एसडीएम को निर्देशित किया कि जो भी बाढ चौकी पूर्व में बनती आ रही है, उनमें भी संबंधित विभागों के कर्मचारियों की ड्यूटी अभी से लगा दी जाए. उन्होनें कहा कि बाढ प्रभावितों के लिए कैम्प लगाने हेतु जो भवन लिए जाय अभी से उनकी साफ-सफाई, बिजली, पंखा, लाईट इत्यादि चेक करा लिए जायें तथा शहरी क्षेत्र में यह कार्य नगर निगम तथा ग्रामीण क्षेत्रों में खण्ड विकास अधिकारियों के माध्यम से शुरू करा दिया जाय. जिलाधिकारी ने बैठक में मौजूद एनडीआरफ एवं पीएसी के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अभी से बाढ के दृष्टिगत सभी तैयारियां पूर्ण कर लें तथा किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके. साथ ही प्रतिदिन के क्रियाकलापों की सूचना लेखपाल द्वारा निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध करायी जायेगी.
बैठक में अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, मुख्य चिकित्साधिकारी, एनडीआरएफ, पीएसी, 39 जीटीसी, राजस्व एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.