By: श्रीराम तिवारी
क्षेत्र के अधिकतर जगहों में दोपहर में भी बदली छाई रही. बरसात से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि, उमस अभी कायम है.
यहां के अखिलेश सिंह ने बताया कि वर्षा होने से किसानों को नब्बे परसेंट फायदा हुआ है वहीं अगर मक्का हो तो दस फीसदी गीली होने का नुकसान हुआ है. अगर बाजरा बोना है तो उसके लिए खेतों की जुताई हो जाएगी.
किसान केदार यादव बताते हैं कि बारिश से लाभ ही लाभ है. हम लोगों की धान और मक्का की पौध सूख रही थी. यह वर्षा नहीं बल्कि धन वर्षा है.
किसान संतोष मिश्रा बताते हैं कि ये बारिश नहीं ये पैसा बरसा है. हमारी धान की खेती हो या मक्का की खेती सबको पानी की जरूरत थी. यहां समय से पानी बरसा और लाभ भी हुआ और किसानों की बाजरा की खेती के लिए भी जुताई हो जाएगी.
किसान अवधेश राय ने बताया कि जहां ज्यादा बारिश हुई है, किसान धान की रोपाई कर सकते हैं . बुवाई के लायक बारिश हो चुकी है. दलहन की फसल भी बुवाई कर सकते हैं. मौसम में जरूर बदलाव हुआ है. जिससे गर्मी में बेहाल थे. पानी बरसने से अब कुछ राहत मिली है.