कोरोना संकट में जनपद में आपूर्ति विभाग में भ्रष्टाचार चरम पर!
Harvansh Patel6/11/2020 04:25:00 pm
By: Shriram Tiwari ◆ आए दिन कोटेदारों की मनमानी की शिकायतें आती हैं सामने ◆ अधिकारी जांच की आड़ में लूट को देते हैं बढ़ावा चन्दौली: कोरोना संकट में अगर सबसे अधिक भ्रष्टाचार दिखता है तो यह जिले का आपूर्ति विभाग है. यह किसी एक विकास खंड की बातें नहीं है. पड़ाव से लेकर नौबतपुर और नौगढ़ से धानापुर तक कोटेदारों की लूट की बीमारी से आज तक छूटकारा नहीं मिल पाया.
जब भी कहीं से कोई शिकायत सामने आती है अधिकारी हो अथवा आपूर्ति विभाग जांच की बातें कर मामले को लटका देते हैं. सच तो यह है कि सरकार जितना फायदा खाद्य आपूर्ति विभाग के जरिये जरूरतमंदों व कार्ड धारकों को देना चाहती है. ऐसा नहीं हो पा रहा है. सरकार भले ही प्रवासी मजदूरों व ग्रामीणों को इस कोरोना महामारी में फ्री राशन, किरासन तेल,चना वितरित करने का फैसला किया हो, लेकिन हकीकत तो यह है कि भ्रष्टाचार इस कदर व्याप्त है कि अधिकारियों की मिलीभगत से कोटेेेदार गरीबों के राशन पर डाका डाल रहे हैं. जिससे गरीब जरूरतमंद व पात्र व्यक्ति दाने-दाने को मोहताज हो रहा है. कमोवेश यही हालात गुरुवार को विकास खंड सकलडीहा के रेवसा (पचफेड़वा) गांव में देखने को मिला. जब कार्डधारक कोटेदार के दुर्व्यवहार से अजीज आकर डीएम कार्यालय का घेराव करने को मजबूर हुए.
कार्ड धारकों का आरोप है कि गांव के कोटेदार द्वारा ₹15 प्रति लीटर मिलने वाला किरासन ₹45 प्रति लीटर दिया जा रहा है. एक किलो चना मात्र 800 ग्राम हो रहा है. जबकि राशन में भी घटतौली कर 1 से 2 किलो अनाज कम दिया जा रहा है. इसका विरोध करने पर गाली- गलौज देकर भगा दिया जाता है. वहीं बहुत से कार्ड धारकों को राशन भी नहीं दिया जाता है.
यह शिकायत मिलने पर जब पत्रकार पहुंचे तो उनके साथ भी बदतमीजी की गई. इससे आजिज दर्जनों की संख्या में ग्रामीणों ने आज डीएम कार्यालय पहुंचकर जमकर हंगामा किया और इससे संबंधित पत्रक एडीएम को सौपकर जांच कर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई है. पत्रक सौंपने वालों में मुख्य रूप से इमरान, अरुण कुमार, सोनू ,लालबाबू, असामुद्दीन, लड्डू, आरिफ ,जलील, राजा, जुबेर आदि मौजूद रहे.