पैसा के अभाव में नहीं हो रहा माँ का इलाज समाजसेवियों से इलाज के लिए लगाया गुहार

पैसा के अभाव में नहीं हो रहा माँ का इलाज समाजसेवियों से इलाज के लिए लगाया गुहार



दुर्गावती, रिपोर्ट-संजय मल्होत्रा: बिहार राज्य के कैमूर जनपद के दुर्गावती थाना अंतर्गत ग्राम सभा रोहुआ खुर्द निवासी बेरोजगार सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश वाडेकर की माता कलावती देवी का अचानक पैर फिसल जाने से कमर की हड्डी टूट गई है.

जिसके कारण विगत एक माह से चारपाई पर पड़ी हुई हैं.
 पैसे के अभाव में माता कलावती देवी का इलाज नहीं हो पा रहा है.
और इनके घर की आर्थिक स्थिति लाक डाउन के कारण बहुत खराब हो चुकी है. लॉक डाउन की घोषणा होने के बाद से घर का खर्चा जैसे तैसे बेरोजगार सामाजिक कार्यकर्ता सुरेश वाडकर ने चलाते रहे.
 लेकिन मां की कमर की हड्डी टूट जाने से इनके सामने मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा और घर में जो भी खाने पीने वाला राशन था.
 उसको बेचकर एक सप्ताह तक दवाई इलाज करवाया लेकिन अब पैसे के अभाव में दवा और इलाज तक बंद हो चुका है. मां के दुःख दर्द को बयां करते हुए सुरेश वाडकर ने बताया कि रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र के बहुजन समाज पार्टी के भावी विधायक प्रत्याशी सह पूर्व विधायक अंबिका यादव  के पास जाकर मां की दुःख दर्द को बयां करते हुए इलाज कराने की गुहार लगाई थी.
 लेकिन वहां से ठुकरा दिया गया. क्या कोई समाजसेवी, राजनेता ऐसे समय में मेरी मां के इलाज के लिए मदद हेतु सामने आएगा. सुरेश वाडकर ने बताया कि बहु तेरे गरीबों का मसीहा बनने वाले लोग और अपना नाम कमाने व परचम लहराने के लिए इस लॉक डाउन में गांव- गांव घूम कर गरीबों को मात्र 1 या 2 किलो चावल और मास्क बांटकर वाहवाही लूटने में व्यस्त हैं और अखबार की सुर्खियों में बटोरते रहते हैं. सच में जब गरीबों की मदद करने की बात आ जाए और गरीबों की जिंदगी बचाने की नौबत आ जाए तो उस वक्त एक भी समाजसेवी सामने नहीं दिखाई देता हैं.
 और इलाज की गुहार लगाने के बावजूद भी मुंह फेर लेते है. ऐसे में क्या कोई समाजसेवी खाट पर पड़ी माँ की मदद को तैयार है.