◆ गोद में बच्चे लेकर खड़ी रही महिलाएं, आम सवारियों की तरह व्यवहार ◆थर्मल स्क्रीनिंग तक नहीं सिर्फ हाथ पर लगती है मुहर दुर्गावती, रिपोर्ट-संजय मल्होत्र: बिहार राज्य के भभुआ जनपद के दुर्गावती थाना अंतर्गत यूपी- बिहार सीमा स्थित नेशनल हाईवे के बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों के आने का क्रम कम अभी भी जारी है.
लेकिन बॉर्डर पर जो भी प्रवासी मजदूर आ रहे हैं उनको उपस्थित कर्मचारियों के द्वारा बिना थर्मल स्क्रीनिंग कराए हुए सिर्फ उनके हाथों पर मोहर मार् कर बस में ठूंस दिया जा रहा है.
जिस का नजारा मंगलवार को उत्तर प्रदेश बिहार की सीमा पर देखने को मिला बैठने के लिए सीट की बातें तो दूर यहां बुजुर्ग, असहाय व्यक्ति ही नहीं
महिलाओं को गोद में बच्चे लेकर सफर करने के लिए बाध्य होना पड़ा.
जो सरकारी कर्मियों के द्वारा खुल्लम-खुल्ला नियम का उल्लंघन करने का मामला बनता है. जबकि बॉर्डर पर एक्स्ट्रा बसें तैनात है
तो फिर इस तरह से उन मजदूरों को भेजने की क्या जरूरत है.उनको चेक भी नहीं किया जा रहा है केवल हाथ पर मोहर लगाकर छोड़ देना दिया जाता है. यह कहां तक न्याय संगत है.यही हाल रहा रहा तो कभी भी संक्रमण खत्म नहीं हो पायेगा.