वैश्विक महामारी के समय तेंदूपत्ता मजदूरों की मजदूरी का भुगतान न होना आपराधिक लापरवाही : अजय राय
Harvansh Patel6/07/2020 09:01:00 am
◆ तेंदूपत्ता मजदूरों की मजदूरी भुगतान को लेकर मजदूर किसान मंच ने जिलाधिकारी को लिखा पत्र
By:श्रीराम तिवारी Purvanchal News Print चन्दौली: तेंदूपत्ता मजदूरों की मजदूरी का भुगतान वैश्विक महामारी के समय न करना आपराधिक कृत्य हैं. यह आरोप चकिया व नौगढ़ में वन निगम द्वारा खोले गये तेंदूपत्ता संग्रह केन्द्र का दौरा करने व साथ ही तेंदूपत्ता तोड़ने वाले मजदूरों की स्थिति की पड़ताल करने के बाद लगाया है .
मजदूर किसान मंच प्रभारी अजय राय, जिला सह संयोजक रामेश्वर प्रसाद और नौगढ़ प्रभारी गंगा चेरो ने आरोप लगाया कि तेंदूपत्ता मजदूरों की मजदूरी भुगतान व मनरेगा के तर्ज़ पर उनकी मजदूरी भी 202 रूपये करने की मांग की गई है. इन नेताओं ने इस बाबत जिलाधिकारी व वन निगम के अधिकारी को पत्र भेजा.
मजदूर किसान मंच के नेताओं ने कहा कि तेंदूपत्ता की तुड़ाई की जा रही थी, वहां सरकार द्वारा निर्धारित पेयजल, छोटे बच्चों के रहने की व्यवस्था और कोरोना महामारी से बचने के लिए मास्क आदि मजदूरों को नहीं दिया गया. वहीं पत्ती तोड़ने वाले मजदूरों को कार्ड देने की जगह पर फड़ मुंशी द्वारा एक रजिस्टर पर हाजिरी लगाई गयी है. उनके कार्ड पर नहीं चढ़ाया गया हैं और मजदूरों को कोई प्रमाण नहीं दिया जा रहा है. वन निगम ने 5000 पत्तियां यानी 100 बण्डल पत्ती तोड़ने का मजदूरों को महज ₹134 भुगतान करने का आदेश है, लेकिन अभी तक कोई पैसे का भुगतान नहीं किया गया है. यह पूरे तौर पर सरकार के शासनादेशों का उल्लंघन है और विधि विरुद्ध है.
हर मजदूर को जो तेंदूपत्ता तोड़ रहा है उसको कार्ड उपलब्ध कराया जाए. जिसमें उसके द्वारा तोड़ी गई पत्तियां और बंडलों का विवरण दर्ज किया जाए. सरकार ने प्रदेश में न्यूनतम मजदूरी ₹ 202 तय की गई है, इसलिए इसके अनुरूप तेंदूपत्ता की तोड़ाई, जिसमें आमतौर पर 5000 पत्ती तोड़ने पर मजदूरों को 10 से 12 घंटा लगता है. उसकी मजदूरी भी ₹134 की जगह ₹202 करने की संस्तुति उत्तर प्रदेश शासन को की जाए.
मजदूर किसान मंच के नेताओं ने जिलाधिकारी से कहा है कि तत्काल हस्तक्षेप कर वन निगम से चकिया व नौगढ़ में तेंदूपत्ता मजदूरों की मजदूरी की भुगतान कराने के लिए पहल की जाए ताकि उनके साथ न्याय हो सके.