योगी सरकार गौ-संरक्षण केन्द्र पर बजट बढ़ाए: अजय राय
Harvansh Patel6/10/2020 08:25:00 am
By: Shriram Tiwari
◆ भूख व बीमारी से रोजाना हो रही गौवंश की मौतें, उठी जांच की मांग,सीएम को लिखा पत्र
चकिया /चन्दौली (उत्तर प्रदेश) : गाय को लेकर राजनीति करने में सरकार भले ही पीछे नही है लेकिन गौवंश पर केंद्र की बजट बढ़ाने की बात होती हैं तो यह सरकार मौन हो जाती हैं. नतीजा यह हैं कि गौवंश की रक्षा व सुरक्षा दोनों खतरे में हैं. और हर गौवंश केन्द्र पर पशुओं की मौत भूख व बीमारी से हो रही हैं. उक्त बातें चकिया नगर पंचायत की देखरेख में ब्लॉक मुख्यालय के गौवंश केन्द्र सहित चकिया व नौगढ़ के तमाम गौवंश केंद्रों पर पशुओं की देखभाल व उनको दिए जा रहें चारें (भोजन) की जानकारी लेने के बाद स्वराज अभियान के नेता व मजदूर किसान मंच के प्रभारी अजय राय ने कही.
उन्होंने कहा कि गौवंश केन्द्र का हाल - बेहाल हैं. पशुओं की मौत संतुलित चारें व सही इलाज के अभाव में हर रोज हो रही हैं. ज्यादातर आवारा व तश्करी में पकड़े गए पशु यहां गौवंश केन्द्र पर रखे गये हैं. लेकिन सरकार द्वारा दिया जा रहा तीस रूपये प्रति जानवर की खुराक से इनको कोई संतुलित आहार नहीं मिल पा रहा हैं. सुखी भूसी खाकर इनका शरीर जर्जर हो गया हैं. बीमारियों के इलाज करने में भी कोताही बरती जा रहीं है. इसलिए रोजाना हर गौवंश केन्द्र पर पशुओं की मौत हो रही हैं गौवंश की सुरक्षा के लिए कानून बनाने, रक्षा की कसमें खाने से जमीनी हकीकत नहीं बदल जाती है. गौशाला की तस्वीर व पशुओं की हालत देखकर हर कोई सिहर जायेगा. भूख कहें या बीमारी लेकिन हर गौवंश केन्द्र पर पशुओं की मौत हो रहीं है और अधमरे हालत में कउआ से लेकर कुत्ते तक शरीर को नोचने लगते हैं.
बदहाली के लिए नगर पंचायत चकिया सहित वे विभाग जिम्मेदार हैं जिन्हें इन पशुओं की देखभाल की जबाबदेही मिली हैं. सभी सिर्फ बजट अभाव का रोना रोने लग रहें हैं. इन गौवंश केन्द्र में पशु तिल -तिल कर मर रहें हैं. इसे लेकर न सरकार का दिल पसीज रहा हैं और न पशु प्रेमियों का. नगर पंचायत चकिया सहित उन गौवंश केन्द्र की जबाबदेही में लगे लोगों को जिम्मेदार मानते हुए उन पर कार्यवाही करने हेतु मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश को पत्र लिखा गया है.