भ्रष्टाचार का खेल : कोटेदार की अनियमितता की सही जांच या आपूर्ति विभाग की सिर्फ खानापूरी!

भ्रष्टाचार का खेल : कोटेदार की अनियमितता की सही जांच या आपूर्ति विभाग की सिर्फ खानापूरी!

   ◆  रेवसां गांव के आरोपी कोटेदार की आपूर्ति इंस्पेक्टर ने की जांच                                        ◆  दर्जन भर ग्रामीणों का किया गया बयान दर्ज                                                                चन्दौली: पूर्वी उत्तर प्रदेश के चन्दौली जनपद में विकास खंड सकलडीहा के रेवसां- फचफेडवा गांव में पिछले दिनों ग्रामीणों ने सस्ते गल्ले की दुकान की शिकायत जिलाधिकारी से लेकर जिला पूर्ति अधिकारी तक की थी. जिसको संज्ञान में लेते हुए सप्लाई इंस्पेक्टर सकलडीहा ने सोमवार को पहुंच कर जांच किया. इस दौरान एक दर्जन से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए गए.                                                                                                                                     ग्रामीणों का कहना था कि आपूर्ति विभाग कोटेदार की असल में जांच करने आया है अथवा महज खाना पूरी करना चाहता है. क्योंकि योगी सरकार जीरो टॉलरेंस की बात करती है और पूर्व के तमाम परिस्थितियों के प्रत्यक्ष प्रमाण के बावजूद अभी बयान दर्ज कर औपचारिकतायें पूरी कर रही है. हालांकि जांच अधिकारी के यहां दर्जन भर से अधिक लोंगो ने अपना बयान दर्ज कराया है. इस जांच में भारी अनियमितता पाया गया है. ग्रामीणों का कहना था कि इसके पूर्व जब कोटेदार ने खुद अधिक वसूले गए पैसे को वापस किया तो इससे बड़ा सबूत क्या हो सकता है आपूर्ति विभाग के लिए.
                                                                                                                                ज्ञातव्य हो कि क्षेत्र के रेवसां गांव के सस्ते गल्ले की दुकान के कोटेदार की मनमानी से आजिज ग्रामीणों ने पिछले दिनों इसकी शिकायत जिलाधिकारी से लेकर जिलापूर्ति अधिकारी तक की गई थी. ग्रामीणों के हंगामा करने के बाद कोटदर ने कार्ड धारकों से अधिक लिया गया पैसा वापस किया था. ग्रामीणों ने जांच अधिकारी को बताया कि गांव के कोटेदार द्वारा ₹15 लीटर मिलने वाला किरासन तेल ₹45 के साथ ही राशन में भारी घटतौली की जा रही है. इसके साथ ही कोटेदार द्वारा ग्रामीणों के साथ दबंगई भी की जा रही है. इसको संज्ञान में लेते हुए सप्लाई इंस्पेक्टर सकलडीहा केके मिश्रा द्वारा गांव सभा में पहुंचकर उपभोक्ताओं से पूछताछ कर जांच पड़ताल की कार्रवाई की गई.                                                                                                इस दौरान कोटेदार के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा शांत नहीं हो रहा था बल्कि गहमागहमी का माहौल भी बना रहा. हालांकि वहां मौजूद एक-एक व्यक्तियों का बयान दर्ज कर जांच की कार्रवाई पूरी की गई. इस दौरान उपभोक्ता अब्दुल रहमान, नियाजु, जमालुद्दीन, इमरान अहमद ,शशिकांत, पुनवासी बिंद, बेचन बिंद मोहम्मद आरिफ, अनवर अहमद, आसमा बेगम आदि मौजूद रहे.