कैमूर में विकास का सच: आजादी के 73 साल बाद भी नहीं बनीं भदैनी गांव की सड़क

कैमूर में विकास का सच: आजादी के 73 साल बाद भी नहीं बनीं भदैनी गांव की सड़क



                                                                                                                                                                                   दुर्गावती: बिहार राज्य के कैमूर जनपद के दुर्गावती थाना क्षेत्र अंतर्गत भदैनी गांव में जाने के लिए कोई सड़क नहीं है . राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन सड़क से दक्षिणी दिशा में 3 किलोमीटर की दूरी पर भदैनी गांव पड़ता है जहां जाने के लिए कोई सड़क अब तक नहीं बन पाया है.

आजादी के 73 साल बीत जाने के बाद भी उक्त गांव में कोई सड़क नहीं है. यह एक बड़ा सवाल खड़ा करता है कि बिहार में कितना हो रहा विकास का कार्य.
                                                                 क्या कहते हैं स्थानीय ग्रामीण:  सिपाही राम उर्फ राहुल कुमार अलीयार राम सलटन राम मुन्ना राम पारस राम रामब्रीछ राम सरोज राम विजय मास्टर अनिल मास्टर आदि लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व ग्राम भेड़िया से भदैनी गांव तक ईट करण करके छोड़ दिया गया है. जो कई वर्षो से जर्जर पड़ा है और उस पर ग्रामीणों को चलना लोहे का चना चबाना जैसा लगता है मुश्किल तो तब बढ़ जाती है.
 जब उक्त गांव में किसी महिला व बुजुर्ग व्यक्ति की तबीयत खराब हो जाती है.
उक्त गांव का रास्ता खराब हो जाने के कारण कोई चार पहिया वाहन या सरकारी एंबुलेंस भदैनी गांव में जाने से परहेज करते हैं.
 तब ग्रामीण लाचार एवं विवश होकर मरीज को चारपाई पर टांग कर नेशनल हाईवे जीटी रोड पर पहुंचाते हैं. तब उन्हें पहुंचाने के बाद एंबुलेंस में बैठाया जाता है. वे हॉस्पिटल पहुंचते हैं. हॉस्पिटल जाते-जाते मरीज बीच रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं.
                                                                                                                        बरसात के दिनों में उक्त गांव के ग्रामीण जूता और चप्पल हाथ में लेकर जर्जर रास्ते से पैदल संभल कर चलते हैं.
जरा सा भी पैर फिसला तो लोग गिरकर चोटिल हो जाते हैं और सब कपड़ा बर्बाद हो जाता है 
 और बारिश के मौसम में खासकर छात्र-छात्राओं एवं बुजुर्ग महिलाओं को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.
 ग्रामीणों ने यह भी बताया कि उक्त सड़क का निर्माण करने के लिए मंत्री से लेकर स्थानीय विधायक एवं शासन प्रशासन के लोग आजादी के 73 साल से आज तक सिर्फ आश्वासन देते चले आ रहे हैं.
 लेकिन अब तक सड़क नहीं बन पाया है.
जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है.
गांव के लोगों ने कहा कि 2020 के विधानसभा चुनाव में इसका करारा जवाब दिया जाएगा.        रिपोर्ट-संजय मल्होत्रा