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फोटो: उफनाती कर्मनाशा नदी |
दुर्गावती (कैमूर): यूपी-बिहार बॉर्डर पर कर्मनाशा नदी का जलस्तर बढ़ने से बने स्टील ब्रिज के एप्रोच पथ पानी के बहाव में बहने की कगार पर पहुंचने वाला है. जिसे देखते हुए एनएचआई विभाग द्वारा ब्रिज पुलिया के ऊपर से ट्रकों को रोक-रोक कर छोड़ा जा रहा है. यही हाल रहा तो उत्तर प्रदेश व बिहार का आवागमन कुुुछ समय के लिए एक- दूसरे से कट सकता है.
।आलम यह है कि राष्ट्रीय राजमार्ग फोरलेन सड़क पर भीषण जाम लगा हुआ है. वही जाम छुड़ाने में भी पुलिस हाथ-पांव मार रही है.
लेकिन लोकल ट्रक वाले विपरीत दिशा में गाड़ियों को घुसा कर सड़क को जाम किए हुए हैं.
यूपी से बिहार की ओर जाने के लिए ब्रिटिश शासन काल में बने पुरानी पुलिया से आवागमन को चालू कराया गया है. लेकिन बिहार से उत्तर प्रदेश में जाने वाली गाड़ियों को 11 करोड़ रूपए की लागत से बने स्टील ब्रिज पुलिया से रोक- रोक कर गाड़ियों को छोड़ा जा रहा है.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कर्मनाशा नदी का जलस्तर बढ़ते ही उक्त नदी में बने 25 करोड़ रूपए की लागत से बने दोनों डायवर्शन पानी में बह गया. ठीक उसी के तर्ज पर स्टील ब्रिज भी बहने का अंदेशा बढ़ गया है. पता चला है कि सड़क पर यूपी-बिहार बॉर्डर खजुरा गांव से लेकर मोहनिया टोल प्लाजा तक भीषण जाम लगा हुआ है.
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फोटो:जाम में फंसी ट्रकें |
जाम का मुख्य कारण यह है कि स्टील ब्रिज से गाड़ियों को रोक-रोक कर पुलिया पार कराना और वहीं दूसरी तरफ गाड़ियों का विपरीत दिशा से ओवरटेक करने से सड़क पर भीषण जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है. वहीं छोटी गाड़ियों की लंबी कतारें सड़क पर लगी हुई है. एंबुलेंस में मरीज जाम में तड़प रहे हैं और शव का दाह संस्कार करने वाले परिजन शव को जाम में लेकर फंसे हुए हैं. सड़क पर चलना मौत को आमंत्रण देने जैसा दिखाई देने लगा है. रिपोर्ट:संजय मल्होत्रा