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pnp फोटो: लावारिस शिशु का भगवान रक्षक बनें |
दुर्गावती / कैमूर (बिहार): थाना क्षेत्र अंतर्गत कल्याणपुर गांव के समीप एक कोट के जमीन पर कपड़ा में लिपटा हुआ बच्चा को पुलिस ने सूचना के आधार पर पहुंचकर उठा लायी. बता दें कि धर्म ग्रंथ कहते हैं "कुपुत्रो जायते क्वचदपी कुमाता न भवति यानी कुपुत्र भले ही नालायक हो अपने मां-बाप को न देखता हों लेकिन माता कभी भी अपने पुत्र को उपेक्षा नहीं करती है." कहते हैं जिसका भगवान रक्षक उसका कोई क्या बिगाड़ सकता है.  |
pnp फोटो: बच्चे को सौंपते पुलिस अधिकारी |
ईश्वर की माया से कोई जानवर भी उसे नहीं छू सका था. आज जब सुबह स्थानीय ग्रामीणों ने देखा तो इसकी सूचना दुर्गावती थाने को दी, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए उस बच्चे को चाइल्ड लाइन के अधिकारियों को फोन कर बुलाया और देखरेख के लिए समर्पित कर दिया. आज भी समाज में ऐसे मुंह छुपाए लोगों के चलते कितने नौनिहाल अपनी पहचान ही खो डाले हैं तथा उसी में कोई-कोई इतिहास भी बना डाला है. ऐसे में कुकृत्य करने वाले को पता होना चाहिए कि समाज से तो छुपा लिया लेकिन भगवान से कैसे छिपा पाएंगे. "कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन ।। मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि ।।" भावार्थ: तेरा कर्म करने में ही अधिकार है, उसके पैरों में कभी नहीं। इसलिए तू कर्मों के फल के लिए मत बनो और तेरी कर्म न करने में भी अहंकार न हो. रिपोर्ट: Sanjay Malhotra