●Bihar News In Hindi
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के समय विषम परिस्थिति में अपने घर परिवार को त्याग कर क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए प्रवासी मजदूरों के लिए महिलाएं खाना बनाने का काम की मगर उन्हें अभी तक मजदूरी नहीं मिली.
![]() |
मजदूरी को लेकर प्रखंड में हंगामा करती महिलाएं, फोटो:pnp |
दुर्गावती(कैमूर): कोरोना क्वारन्टीन सेंटर में रहे प्रवासी मजदूरों के लिए भोजन बनाने में जुटी रसोईया महिलाओं ने दुर्गावती प्रखंड परिसर में कर हंगामा किया जबकि मुख दर्शक बने रहे पदाधिकारी मूकदर्शक बनी हुई थे.
जानकारी के मुताबिक वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के विषम परिस्थिति में अपने घर परिवार को त्याग कर क्वारंटाइन सेंटर में रखे गए प्रवासी मजदूरों के लिए महिलाएं खाना बनाने का काम कर रही हैं.
जिसकी मजदूरी आज तक शासन-प्रशासन के द्वारा भुगतान नहीं किया गया. जिसको लेकर काफी संख्या में दुर्गावती प्रखंड परिसर में पहुंची महिलाओं ने जमकर हंगामा काटा और नारेबाजी की.
बता दें कि लॉकडाउन के विषम परिस्थिति में विभिन्न राज्यों से आ रहे भारी संख्या में प्रवासी मजदूरों को बिहार सरकार द्वारा स्कूलों में क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था, जिसमें आसपास के सरकारी विद्यालय में रसोईया के पद पर कार्यरत महिलाओं को खाना बनाने एवं खिलाने के लिए रखा गया था.
जबकि उस समय महामारी के डर से कोई घर से बाहर नहीं निकल रहा था. इस विषम परिस्थिति में महिलाओं ने अपना जान जोखिम में डालकर और अपने परिवार का परवाह नहीं करते हुए क्वारंटाइन सेंटर में खाना बनाने का काम करती रहीं.
इतना ही नहीं इन महिलाओं ने दिन तो दिन रात में भी खाना बनाने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई. जिसे लेकर शासन- प्रशासन की तरफ से भुगतान करने को कहा गया था.
प्रवासी मजदूरों के आने की संख्या खत्म होने के बाद क्वारंटाइन सेंटर को बंद कर दिया गया. क्वारंटाइन सेंटर बंद होने के बावजूद भी इन लोगों का भुगतान अभी तक नहीं किया गया है. अपने मजदूरी के मांग को लेकर दुर्गावती प्रखंड अंचल कार्यालय पहुंच कर अपनी मजदूरी की मांग की.वहीं दुर्गावती प्रखंड के पदाधिकारी मूकदर्शक बने रहे.
क्या कहती है रसोईयां महिलाएं: पूनम देवी, गीता देवी, कमलेशी देवी धनबरता कुवर हजारा खातून अजमेरी खातून तरामुनी कुंवर बदामी देवी आदि काफी संख्या में महिलाओं ने बताया कि लॉकडाउन के विषम परिस्थितियों में हम अपने घर से बिना चप्पल के ही पैदल चलकर क्वारंटाइन सेंटर पहुंचकर खाना बनाती रही. जिसका भुगतान आज तक नहीं किया गया है.
क्या कहते हैं दुर्गावती प्रखंड विकास पदाधिकारी: श्री अशोक कुमार से पूछे जाने पर बताया कि बहुत जल्द ही महिलाओं का भुगतान किया जाएगा.
रिपोर्ट: संजय मल्होत्रा