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● सरकारी परामर्श के अभाव में मोदी-योगी का आयुष्मान कार्ड भी नहीं आया काम, मैक्सवेल हॉस्पिटल ने बढ़ाया हाथ
Report By: Harvansh Patel
Chandauli/Lucknow: उत्तर प्रदेश के चन्दौली में एक बार फिर बीमार बेटा लाचार बाप की कहानी सामने आई है. बेटा बिट्टू के किडनी में इंफेक्शन के इलाज के लिए लाचार विकलांग बाप दिन में गांव-गांव घूमकर चंदा मांगता और रात में बेटे की हालत देखने अस्पताल पहुंच जाता था.
उत्तर प्रदेश के चन्दौली जनपद के सकलडीहा तहसील के बरठी गांव निवासी शिवपूजन राम जो विकलांग भी है. उनके बच्चे का शरीर फूलने लगा तो वे घबरा गए और आनन-फानन में उसे संयुक्त चिकित्सालय चन्दौली ले गया.
वहां काफी जद्दोजहद के बाद डॉक्टरों ने चेकअप करने के बाद कई जांच लिखी और बीएचयू हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया. आखिर विकलांग बाप कहां से इतना पैसा लाए.
ज्यादा पैसा लगने के डर से वह बीएचयू में नहीं जा सका. फिर गांव की ही एक पड़ोसी महिला ने आदित्य हॉस्पिटल चन्दौली से जुड़ी रहने की वजह से इलाज के लिए वहां ले गई.
विकलांग शिवपूजन राम ने भी महिला के कहने पर चन्दौली के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया मगर बाद में वहां भी 6 हजार रुपये प्रतिदिन भुगतान करने की बात सामने आने पर वह भाग्य भरोसे भगवान पर छोड़ बैठा.
उसे आदित्य हॉस्पिटल का पैसा जमा करना ही पहाड़ जैसा बन चुका है. इस हॉस्पिटल की कहानी भी अजीब ही है.
विकलांग लाचार बाप शिवपूजन राम की जुबानी मानें तो वह बच्चे के इलाज के लिए दिनभर गांव-गांव चंदा जुटाता रहता है और शाम को चन्दौली हॉस्पिटल पहुंच जाता है.
आदित्य हॉस्पिटल में भी जिस डर से दूसरे अस्पतालों में नहीं गया फिर वही बात सामने आने के बाद उसका धैर्य जवाब दे दिया और यह मान बैठा कि उसका बच्चा अब नहीं बचेगा.
इसी बीच सोशल मीडिया पर बच्चे के किडनी में इंफेक्शन की खबर सामने आने के बाद दूसरी बार मैक्सवेल हॉस्पिटल के प्रबंध तंत्र ने निःशुल्क इलाज की घोषणा कर दी है.
इसके पहले भी बरठी गांव में मैक्सवेल हॉस्पिटल के प्रवंध तंत्र ने संदीप गोंड़ के बेटे का मुफ्त में इलाज किया था.