अगस्त क्रांति दिवस पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन कर भाजपा सरकार को चेताया

अगस्त क्रांति दिवस पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन कर भाजपा सरकार को चेताया

 

 विरोध प्रदर्शन करते किसान नेता, फोटो: pnp

                                                                                                                     शहाबगंज/चन्दौली: मोदी सरकार द्वारा लाए तीन अध्यादेश जिसका असली नाम जमाखोरी चालू करो, मंडी खत्म करो और खेती कंपनियों को सौंपों कानून होना चाहिए क्योंकि इन अध्यादेशों का यही असली मकसद है.                                    यह आरोप अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के आहवान पर अगस्त क्रांति दिवस पर विरोध प्रदर्शन करते हुए किसान नेता अजय राय ने लगाया. 

 उन्होंने कहा कि व्यापारी कृषि उत्पाद खरीद कर जमा खोरी करके अपनी मनमर्जी से रेट तय करके बेचता है. जिससे किसान और उपभोक्ता दोनों को नुकसान होता है.           एपीएमसी की कमियों के कारण किसानों का शोषण होता है, उसे दूर किया जा सकता था लेकिन कंपनियों को फायदा पंहुचाने के लिए खरीद का अधिकार निजी हाथों में दिया जा रहा है.                                  जिसमें किसान अपनी उपज बेचने का अधिकार खो देगा.  ठेका खेती कानून में कहने को किसान खेत का मालिक होगा लेकिन खेती करने और उत्पाद बेचने का अधिकार कंपनी का होगा. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा खेती किसानी की बुनियादी व्यवस्था बदलने की साजिश की जा रही है.